चंबाः हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आ रही है। वहीं चुराह उपमंडल के कंगेला गांव में अचानक भूस्खलन होने से तेज़ी से चट्टानें लुढक गई। गनीमत यह रही कि सबसे बड़ी चट्टान ने दिशा बदल ली और बड़ा हादसा होने से टल गया। लगातार हो रही लैंडस्लाइड से लोगों में दहशत का माहौल पाया जा रहा है। चट्टान के दिशा बदलने के कारण गांव के लोगों की जान बच गई। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। एक अन्य वीडियों में वाहन खिलौने की तरह खाई में गिरता हुआ दिखाई दे रहा है।
इस वीडियो में लोगों के चिल्लाने की आवाजें भी सुनाई दे रही है। वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भी लैंडस्लाइड हुआ है। कुल्लू के निरमंड में कई घर और गाड़ियां भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं। क्षेत्र के उरटू गांव के ऊपर, पहाड़ी से मलबा आने के कारण लोग जरूरी सामान निकाल कर अपने घर को खाली कर रहे हैं। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन दवाड़ा, कालका-शिमला सड़क चक्की मोड़ और पठानकोट-कांगड़ा हाईवे पर भूस्खलन के कारण यातायात बंद हो गया है।
पूरे प्रदेश में 617 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई है। हालात को देखते हुए शिमला, मंडी व कुल्लू जिलों के सात सब डिवीजन और पूरे सोलन जिले में सभी शिक्षण संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। शिमला शहर के चैल्सी, सेक्रेड हर्ट कॉन्वेंट और सेंट एडवर्ड स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं। बद्दी के मानपुरा के मानकपुर में ढेला पंचायत व दवनी औद्योगिक क्षेत्र को जोड़ने वाला पुल सुबह तेज बारिश से टूट गया। कुल्लू के निरमंड उपमंडल के उर्टू में नाले का जलस्तर बढ़ने और लैंडस्लाइड से पांच गाड़ियां दब गई।
यहां पर 6 से 7 दुकानों को भी नुकसान हुआ है। शिमला के टुटू में भी लैंडस्लाइड की चपेट में आने से 4 गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। सुबह छोटा शिमला सचिवालय के पास एक चलती बस पर पेड़ गिर गया, लेकिन सौभाग्य से पेड़ का आधा हिस्सा केबल लाइन पर रुक गया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। उधर, सतलुज नदी पर बने कोल-डैम से आज सुबह 6:30 बजे फिर से पानी छोड़ा गया है, जिससे जलस्तर बढ़ने पर पंजाब में अलर्ट जारी किया गया है।