मौड़ मंडी। राइस मिलर्स एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर बैठक की। इस दौरान बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष विजय कुमार घम्मन ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण आज शैलर उद्योग बर्बादी की कगार पर है, जिससे शैलर मालिकों में भारी रोष है। अब वे खोले गए पोर्टल पर न तो कोई कागजात अपडेट करेंगे। सरकार द्वारा न ही कोई समझौता किया जाएगा ताकि शेलर मालिकों को होने वाली बर्बादी से बचाया जा सके।
बैठक के बाद विजय कुमार घुम्मन, मक्खन लाल मंगला और अशोक कुमार उभेवाला आदि शैलर मिल मालिकों ने बातचीत में कहा कि केंद्र और पंजाब सरकार शैलर मालिकों की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रही है, जिसके कारण शैलर मालिकों को भारी नुकसान हो रहा है। पिछले सीजन का काम अभी बाकी है, जिससे लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है, सरकार ने पहले के सूखे को एक प्रतिशत से घटाकर आधा प्रतिशत कर दिया है।
चार्ज और ट्रांसपोर्ट चार्ज देने से हाथ खींच लिया जा रहा है और लाखों रुपये की सिक्योरिटी भी वापस नहीं की जा रही है। जिससे शैलर मालिकों में भारी रोष है। एक महीने पहले अपनी मांगों को लेकर डीएफसीडीसी से संपर्क किया था। एडीसी बठिंडा को सूचित किया गया लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वे न तो जीरी का भंडारण करेंगे, न ही कोई नया समझौता करेंगे और न ही सरकार द्वारा खोले गए पोर्टलों पर कोई जानकारी देंगे अपडेट करेंगे| जिसकी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.