शिमलाः देश के पंजाब, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, उतराखंड सहित कई राज्यों में बारिश से हालात बेहद खराब हो गए है। दरअसल, लगातार हो रही बारिश ने कोहराम मचा दिया है। प्रदेश में जगह जगह पर मलबे की चपेट में घरों सहित बस की चपेट में आने से 11 लोगों की मौतें हुई हैं। भूस्खलन के चलते शिमला, मंडी, कुल्लू सहित राज्य के अन्य जिलों में कई भवन खतरे की जद में आ गए है। मंडी में भूस्खलन की जद में आने से एक पूरा गांव खाली कर दिया गया है। राज्य में भारी संख्या में सडक़ें यातायात के लिए बाधित चल रही है। आवाजाही न होने से प्रदेश में जनजीवन की रफ्तार पूरी तरह से थम गई है।
बात करें जिला शिमला की तो यहां के रामपुर बीथल के पास काली मिट्टी के समीप चलती बस पर पत्थर गिर गया। जिससे बस में सवार दो महिलाओं की मौत हो गई। जबकि बस में सवार 15 यात्रियों को भी चोटियों आई है। कुल्लू के अखाड़ा बाजार में देर रात लैंडस्लाइड की चपेट में आने से 2 घर गिर गए। जिसमें 2 लोग दब गए। मंडी के सुंदरनगर में लैंडस्लाइड से 2 घरों के मलबे में दबने से 7 लोगों की मौत हो गई । जिनमें 4 एक ही परिवार के सदस्य थे। प्रदेश में भारी बारिश के चलते जगह जगह पर भूस्खलन हो रहा है। जो जानलेवा बन गया है।
मंडी के जोगेंद्रनगर के कुंडुनी गांव में पहाड़ दरकने से 10 जमींदोज हो गए। यहां 6 से ज्यादा घर गिरने के कगार पर हैं। प्रशासन ने गांव खाली कराते हुए 24 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया। शिमला के कृष्णानगर में भी भूस्खलन होने के बाद 6 मकानों को खाली करवाया गया है। शहर के अनाडेल व पटयोग में भी प्रशासन द्वारा घर खाली करवाए गए है। प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान मूसलाधार बारिश हुई है। जिससे प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर नदी-नाले उफान पर है। अत्याधिक बारिश होने के चलते अब हर ओर लैंडस्लाइड हो रहा है। जिससे भारी नुकसान दर्ज किया जा रहा है। ऐसे में प्रशासन द्वारा भी जनता को ऐतिहात बरतने का सुझाव दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश में 3 दिनों के दौरान रिकॉर्ड तोड़ बारिश रिकॉर्ड की गई है। प्रदेश में सितंबर माह के शुरूआती तीन दिनों में सामान्य से 534 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। बिलासपुर में सामान्य से 1007, कुल्लू में 1035 और सोलन में 1005 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। इसके अलावा शिमला में 766, सिरमौर में 792, लाहौल स्पीति में 668 और ऊना में 543 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। प्रदेश में उक्त तीन दिनों के दौरान सामान्य बारिश 16.4 मिलीमीटर दर्ज की जाती है। जबकि प्रदेश में 3 दिनों मे 104 मिलीमीटर बारिश हुई है।