नई दिल्लीः आम ग्राहकों के लिए राहत भरी खबर है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती किए जाने के बाद पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ इंडिया (BOI), यूको बैंक (UCO Bank) सहित कई प्रमुख बैंकों ने अपनी लोन ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की है।
इस कदम से होम लोन, पर्सनल लोन और अन्य कर्ज अब पहले से सस्ते हो जाएंगे, जिससे आम ग्राहकों की जेब पर बोझ थोड़ा हल्का होगा।
PNB ने सबसे पहले घटाई ब्याज दर
सरकारी बैंक PNB ने ग्राहकों को सबसे पहले फायदा पहुंचाते हुए अपनी रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) को 8.85% से घटाकर 8.35% कर दिया है। हालांकि, बैंक ने बेस रेट और मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में कोई बदलाव नहीं किया है।
- बैंक ऑफ इंडिया ने भी अपनी रेपो बेस्ड लेंडिंग रेट को 8.85% से घटाकर 8.35% किया है।
- यूको बैंक ने सभी लोन अवधियों के लिए MCLR में 10 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है।
यूको बैंक की नई MCLR दरें (10 जून से प्रभावी):
- ओवरनाइट MCLR: 8.25% से घटाकर 8.15%
- 1 महीने का MCLR: 8.45% से 8.35%
- 3 महीने का MCLR: 8.6% से 8.5%
- 6 महीने का MCLR: घटाकर 8.8%
- 1 साल का MCLR: घटाकर 9.0%
बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी चुनिंदा लोन अवधियों पर अपनी रेपो-लिंक्ड दरों में 50 आधार अंकों की कटौती की घोषणा की है।
6 जून 2025 को, RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने रेपो रेट को 6% से घटाकर 5.5% करने की घोषणा की थी। इस कदम का उद्देश्य देश की अर्थव्यवस्था में विकास को बढ़ावा देना है। साथ ही, कैश रिज़र्व रेशियो (CRR) में भी 100 बेसिस पॉइंट की कटौती की गई है, जिसे चार चरणों में लागू किया जाएगा। 6 सितंबर, 4 अक्टूबर, 1 नवंबर और 29 नवंबर को 25-25 बेसिस प्वाइंट की कटौती के साथ।
क्या होगा ग्राहकों को फायदा?
रेपो रेट कटौती और बैंकों की ब्याज दरों में बदलाव का सीधा असर नई और फ्लोटिंग रेट लोन योजनाओं पर होगा। इससे होम लोन और पर्सनल लोन की EMI घटेगी, नए लोन लेना आसान और सस्ता होगा। उद्योगों को भी कर्ज सस्ता मिलेगा, जिससे निवेश और रोजगार बढ़ने की उम्मीद है।