ऊना/सुशील पंडित: उपमंडल बंगाणा की प्रसिद्ध रामगढ़ धार और बंगाणा रेंज के वन क्षेत्र में फॉरेस्ट विभाग ने पर्यावरण संरक्षण और वनीकरण के उद्देश्य से बंगाणा रेंज को 9 और रामगढ़ धार को 12 नए फॉरेस्ट बन मित्र नियुक्त किए हैं। यह नियुक्तियां स्थानीय पर्यावरण को सुरक्षित रखने, वन्यजीव संरक्षण, और जलवायु संतुलन बनाए रखने के प्रयासों का हिस्सा हैं। इन वन मित्रों का मुख्य कार्य क्षेत्र में वन सुरक्षा सुनिश्चित करना, अवैध कटाई रोकना, आगजनी के खतरों से बचाव, और वनीकरण के प्रयासों को बढ़ावा देना है। इसके अलावा, ये बन मित्र ग्रामीणों को वनों की महत्ता और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए जागरूक करेंगे। रामगढ़ धार और सोलह सिंगी धार अपनी प्राकृतिक सुंदरता और घने वनों के लिए प्रसिद्ध हैं। यह क्षेत्र विभिन्न औषधीय पौधों, जैव विविधता और वन्यजीवों का निवास स्थान है। हाल के वर्षों में क्षेत्र में बढ़ते मानव हस्तक्षेप, अवैध कटाई, और जंगल की आग की घटनाओं से वनों को खतरा हुआ है। इसे ध्यान में रखते हुए, फॉरेस्ट विभाग ने यह कदम उठाया है।
बंगाणा फॉरेस्ट रेंज में 9 फॉरेस्ट बन मित्रों की सूची
वंशिका पठानीया, प्रियंका पुत्री पवन गांव सोहारी,अमनदीप पुत्र जगदेव सिंह गांव डीअर,किरण पुत्री खेम सिंह डोलू, बंशिका पुत्री ओमदत्त गांव तर्कवाल ,रोहित शर्मा पुत्र जोगेंद्र पाल गांव नरुह, अंशिता संदल पुत्री राज कुमार गांव धनेत, पायल पुत्री कमल देव गांव ठठूंह रजनी वाला पुत्री जगदेव चंद गांव दमोहड अरलू बीट में कागजाती जांच के लिए रुकी हुई है।
बंगाणा उपमंडल की रामगढ़धार में 12 फॉरेस्ट बन मित्रों की सूची,
पूजा देवी पुत्री कुलबीर सिंह गांव लिदकोट, तरसेम पुत्र कृष्ण चंद गांव परोईयां, साहिल बंगा पुत्र राजेंद्र सिंह गांव अप्पर रायपुर, भोला बीबी पुत्री जलामदीन गांव चुरड़ी, मोनिका पुत्री किशोरी लाल गांव गहरा कोठी, शिवान पठनिया पुत्र महमूद खान गांव चौकी मनियार,सुजल मोदगिल पुत्री राज कुमार गांव तलमेहड़ा, जसप्रीत पुत्र ज्ञान चंद गांव बुहाना, अमन शर्मा पुत्र राम रत्न गांव खुरवाई , सानिया मेहता पुत्री जीवन कुमार गांव थानाकला, अभिषेक राणा मिलाप सिंह गांव मंदली, बेबी कुमार पुत्री राज कुमार गांव टांडा झिकला ( बल्ह ) आदि फॉरेस्ट बन मित्र बने हैं।
फॉरेस्ट बन मित्रों के सहयोग से अवैध कटान को रोकने ओर आगजनी की घटनाओं पर लगेगा अंकुश, डीएफओ सुशील राणा
जिला ऊना फॉरेस्ट अधिकारी डीएफओ सुशील राणा ने कहा कि “वन संरक्षण हमारे और आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहद जरूरी है। फॉरेस्ट बन मित्रों की नियुक्ति से वनों की सुरक्षा में मदद मिलेगी। यह कदम जंगलों की हरियाली को बनाए रखने और पर्यावरण संतुलन को संरक्षित करने में मदद करेगा। उन्हेंने बताया कि इन बन मित्रों को आधुनिक तकनीक और उपकरणों से लैस किया जाएगा। उन्हें नियमित प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे वनों की सुरक्षा के लिए बेहतर काम कर सकें। विभाग ने यह भी कहा कि आने वाले समय में और अधिक क्षेत्रों में बन मित्रों की नियुक्ति की जाएगी।