प्रसाशन अर्ल्ट मोड पर, स्कूलों में की छुट्टी
पठानकोटः पहाड़ों में लगातार हो रही बरसात का असर मैदानी इलाकों में भी दिखने लगा है। वहीं पठानकोट जिले के भारत पाक सरहद के साथ लगते बमियाल ब्लॉक में बारिश से बुरा हाल हुआ पड़ा है। बीते दिन हुई तेज बारिश के चलते उज्ज दरिया पूरे उफान पर है। उज्ज दरिया में एक लाख दस हजार क्यूसेक पानी आने के कारण लोगों में दहशत का माहौल बन गया है, क्योंकि अगर इससे ज्यादा पानी आता है तो यह पानी बमियाल के कई गांवों को अपनी चपेट में ले लेगा और बाढ़ जैसी स्थिति बन जाएगी जिसके चलते प्रशासन की ओर से आज जो स्कूल सरकारी वह गैर सरकारी लगे हुए थे, उन्हें करीब 11:00 बजे छुट्टी कर देने का ऐलान कर दिया है।
दूसरी ओर रणजीत सागर बांध की झील में लगातार जलस्तर बढ़ता जा रहा है। इस समय रणजीत सागर बांध का जलस्तर लगभग 514 मीटर तक बढ़ गया है और खतरे के निशान से 13 मीटर नीचे नहीं रह गया है। आपको बता दें कि सीमावर्ती क्षेत्र में उज नदी में पानी आने के कारण प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
वहीं दूसरी और पठानकोट-डलहौजी राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी बारिश के चलते लैंडस्लाइडिंग की घटनाएं सामने आई हैं। पठानकोट के पहाड़ी क्षेत्र में स्थित दुनेरा गांव के पास भूस्खलन हुआ है, जिससे मार्ग पर यातायात बाधित हो गया है।
इसके अलावा लहरुन गांव के पास और कई अन्य स्थानों पर पेड़ों के गिरने की घटनाएं भी हुई हैं, जिससे सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया। स्थानीय लोगों और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से हाईवे को पुनः सुचारु रूप से संचालित करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग और वन विभाग की टीमें मौके पर तैनात हैं और मलबा हटाने व गिरे हुए पेड़ों को सड़क से हटाने का काम जारी है।
इस बारे में बमियाल के स्थानीय लोगों ने बताया कि उज्ज दरिया ज्यादा बरसात के कारण हर साल नुकसान करता है। इसलिए प्रशासन को चाहिए कि इस और ध्यान दें। वही स्कूलों में छुट्टी होने के बाद बच्चे अपने घरों को खुशी-खुशी जाते नजर आए। इस दौरान स्कूल के अध्यापक ने प्रशासन की ओर से दी गई छुट्टी के बारे में बताया। वहीं लोगों ने प्रशासन से उचित प्रबंध करने की भी अपील की।