बह गई सड़कें और इमारतें, पीएम ने बुलाई आपात बैठक
लाहौरः देश के पहाड़ी इलाकों के बाद अब पाकिस्तान में बारिश और बाढ़ का कहर देखने को मिल रही है। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। पाकिस्तान में बड़ी नदियां उफान पर हैं। कई इलाके पानी में डूब चुके हैं। भारी बारिश और बाढ़ की वजह से लगभग 200 लोगों की मौत अब तक हुई है। जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। सबसे ज्यादा नुकसान खैबर पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान और सिंध प्रांत में हुआ है। बाढ़ और भूस्खलन के कारण कई सड़कें और पुल टूट गए। पुल टूटने से राहत कार्यों में भी दिक्कत आ रही हैं।
Read in English:- Pakistan Floods Claim Over 320 Lives, Rescue Efforts Hampered by Washed-Out Roads
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ਪਾਕਿਸਤਾਨ ‘ਚ ਮਾਨਸੂਨੀ ਤਬਾਹੀ, ਦੋ ਦਿਨਾਂ ‘ਚ 321 ਮੌਤਾਂ — ਕਈ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਹਾਈ ਅਲਰਟ ਤੇ…..
प्रांतीय मुख्य सचिव शहाब अली शाह ने बताया कि सबसे ज्यादा प्रभावित बुनेर इलाका रहा, जहां बाढ़ और भारी बारिश के कारण 100 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय अधिकारियों ने 15 अगस्त को बताया कि पिछले 24 घंटों में उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश में लगभग 200 लोगों की मौत हो गई। खराब मौसम के कारण एक बचाव हेलीकॉप्टर भी गिर गया। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के बीच बादल फटने, अचानक बाढ़ आने, बिजली गिरने और इमारतें गिरने से खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पहाड़ों और पहाड़ियों में कई लोगों की मौत हो गई।
पाकिस्तान राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने शुक्रवार देर रात मृतकों की संख्या 200 बताई। अफगान सीमा के पास बाजौर में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत सामग्री ले जा रहा एक हेलीकॉप्टर खराब मौसम के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें चालक दल के 5 सदस्यों की मौत हो गई। बचाव अधिकारियों ने बताया कि स्वात जिले में नदियों और नालों के उफान पर आने के बाद 2 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने हाल ही में हुई बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए एक आपात बैठक बुलाई। बैठक के बाद उनके कार्यालय से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई। हाल के हफ्तों में सैकड़ों लोग मारे गए हैं, क्योंकि पाकिस्तान में मौजूदा मानसून के मौसम में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है और सड़कें और इमारतें बह गई हैं। बैठक में बाढ़ से उत्पन्न हालात और नुकसान का जायजा लिया गया।