Punjab News: किसानों ने ट्रेनें रोकने का किया ऐलान, डल्लेवाल को लेकर हरकत में आया प्रशासन

हाईकोर्ट में याचिका दायर, सुप्रीम कोर्ट का भी आया बड़ा बयान

पटियालाः खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। डल्लेवाल की हालत नाजुक होने को लेकर डॉक्टरों ने भी उनकी किडनी और हार्ट को नुकसान पहुंचने की आंशका जताई है। वहीं ब्रेन हैमरेज होने का भी हवाला दिया गया है। शुक्रवार को किसान आंदोलन 2.0 के पूरे 10 महीने हो चुके हैं। इस दौरान आज शंभू और खनौरी बॉर्डरों पर बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि, इसमें किसनों से बड़ी संख्या में पहुंचने की अपील की है।

आमरण अनशन पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत बिगड़ने पर भड़के किसानों ने बीते दिन संघर्ष तेज करने का एलान कर दिया था। उन्होंने कहा कि शुक्रवार यानी आज केंद्र, पंजाब व हरियाणा सरकार के पुतले फूंककर प्रदर्शन किए जाएंगे। 16 दिसंबर को पंजाब को छोड़कर देशभर में तहसील व जिला स्तरों पर ट्रैक्टर मार्च निकाले जाएंगे और 18 दिसंबर को ट्रेनें रोकी जाएंगी। दूसरी ओर डल्लेवाल के आमरण अनशन पर बैठने के मामला पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गया है। दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने अनशन पर बैठे किसान नेता डल्लेवाल के खराब स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई है।

सुप्रीम कोर्ट में न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति उज्जल भुइयां की पीठ ने केंद्र और पंजाब सरकार के प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि वे डल्लेवाल से तुरंत मिलें और उन्हें चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराएं तथा उन्हें आमरण अनशन तोड़ने के लिए राजी करें क्योंकि उनका जीवन बहुत कीमती है। पीठ ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और पंजाब सरकार एवं महाधिवक्ता गुरमिंदर सिंह को आगाह करते हुए यह सुनिश्चित करने को कहा कि डल्लेवाल के आमरण अनशन को समाप्त करने के लिए उनके खिलाफ तब तक कोई बल प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए, जब तक कि उनकी जान बचाना जरूरी नहीं हो।

पीठ ने मेहता और सिंह से कहा, ‘‘आप दोनों इस मुद्दे पर तत्काल गौर करें और सुनिश्चित करें कि इसका समाधान हो।’’ पीठ ने सलाह दी कि अगर जरूरत पड़े तो डल्लेवाल को तत्काल चिकित्सा के लिए पीजीआई (पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च) चंडीगढ़ या निकटवर्ती पटियाला शहर में स्थानांतरित किया जा सकता है। पीठ ने आंदोलनकारी किसानों से गांधीवादी तरीके से विरोध प्रदर्शन करने और अस्थायी रूप से इसे स्थगित करने या राजमार्गों से हटने को कहा और शीर्ष अदालत द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति को किसानों से मिलने का निर्देश दिया।

हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर काउंसिल ऑफ लॉयर्स के चेयरमैन एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन खत्म करवाने की मांग की है। उधर, हरियाणा सरकार ने भी स्थिति पर चिंता जाहिर की है। हरियाणा प्रशासन की ओर से पंजाब के संगरूर जिले के जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है। इसमें अनशन पर बैठे डल्लेवाल को मेडिकल सहायता देने का अनुरोध किया गया है। इस पत्र में किसानों के दिल्ली मार्च का भी जिक्र है और कानूनी व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई है। वासु रंजन शांडिल्य ने अपनी याचिका में कानून व्यवस्था और डल्लेवाल के हालात का जिक्र किया है। डल्लेवाल को तत्काल सहायता देने की मांग की गई है।

तर्क दिया है कि डल्लेवाल का स्वास्थ्य खराब होने से अशांति फैल सकती है। संविधान के अनुच्छेद 21 का हवाला भी दिया। इस मामले की जल्द से जल्द सुनवाई की मांग की गई है। किसान नेता डल्लेवाल के गिरते स्वास्थ्य को लेकर हरियाणा प्रशासन भी हरकत में आ गया है। उपायुक्त अंबाला ने उपायुक्त संगरूर (पंजाब) को पत्र लिखा है। इसमें किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को उचित मेडिकल सहायता देने का अनुरोध किया है। इसके अलावा 14 दिसंबर को प्रस्तावित दिल्ली मार्च का भी जिक्र किया गया है और कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद के लिए कहा गया है।

 

 

 

 

 

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