जालंधर, ENS: कैंट के जी पॉकेट बिल्डिंग के पास एक जंगली जानवर (बारहसिंघा) सड़कों पर भागता हुआ दिखाई दिया। वहीं नव वर्ष की पार्टी से लौट रहे राहगीरों ने बारहसिंघा को फोन में रिकॉर्ड कर लिया। हालांकि वीडियो वायरल होने के कुछ देर बाद लोगों द्वारा बारहसिंघा को लेकर सूचित किया गया। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम का कहना है कि घटना स्थल पर बारहसिंघा नहीं मिला। उन्होंने लोगों से ना डरने की अपील की है। बता दें कि जालंधर कैंट में आगे भी कई बार जंगली जानकारी देखे गए थे।
शहर में बारहसिंघा घुसने की वीडियो वायरल होने के बाद लोगों में काफी अफरा तफरी मच गई थी। हालांकि जानवर द्वारा किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया था। वन विभाग के मुताबिक, दक्षिण एशिया के ज़्यादातर हिस्सों में पाया जाता है। भारत में, हिमालय की दक्षिण-मुखी ढलानों से लेकर बर्मा, थाईलैंड, इंडोचीन, और मलय प्रायद्वीप में सांभर पाया जाता है। साल 2008 से, सांभर को IUCN रेड लिस्ट में संकटग्रस्त प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
आजकल वहां ठंड के साथ बर्फबारी हो रही है, जिस वजह से जंगली जानवर दूसरा ठिकाना तलाशने के लिए निकलते हैं, लेकिन रास्ता भटककर रिहायशी इलाकों में घुस जाते हैं। वन विभाग के मुताबिक, सांभर एक नाजुक दिल वाला जानवर है। ज्यादा लोग उसके आसपास इकट्ठा हो जाएं तो वह घबरा जाते हैं। कई बार तो वह इतना घबरा जाते हैं कि उनकी मौत तक हो जाती है। हड़बड़ाहट में जानवर खुद के साथ लोगों का भी नुकसान कर जाते हैं, इसलिए लोगों को उसका पीछा नहीं करना चाहिए। इससे उसे पकड़ने में भी मुश्किल होती है।