मोगाः देश भर में आज शिल्प कार भगवान विश्वकर्मा जी का प्रकट दिवस बड़ी ही धूम धाम से मनाया जा रहा है। शास्त्रों के मुताबिक विश्वकर्माँ जी सृष्टि के पहले शिल्पकार, वास्तुकार और इंजिनियर है। हर साल यह पर्व पूजा कन्या संक्रांति के दिन मनाई जाती है। इस साल यह आज यानि 13 नवंबर 2023 को विश्वकर्मा पूजा मनाई जा रही है। हिंदू पंचांग की मानें तो पूरे 50 साल बाद इस दिन दुर्लभ संयोग बन रहा। जानते हैं आज के दिन का महत्व क्या है। आज के दिन कन्या संक्रांति है। जान लें कि कन्या संक्रांति का समय दोपहर 01:43 बजे से है। ये वो क्षण है जब सूर्य देव कन्या राशि में प्रवेश करने वाले हैं। इस कारण ही आज विश्वकर्मा पूजा होगी।
धार्मिक ग्रंथों को अगर आप पढ़ेंगे तो उसमें उल्लेख मिलेगा कि भगवान विश्वकर्मा ब्रह्म देव के पुत्र हैं। इन्हें सभी देवताओं का शिल्पी भी माना जाता है। मान्यता ये है कि इस सृष्टि की रचना में भगवान विश्वकर्मा ने ब्रह्म देव की मदद की थी। धार्मिक ग्रंथों में इसकी बात का उल्लेख है कि विश्वकर्मा जी ने ही सोने की लंका, द्वारका नगरी, पुष्पक विमान, देवी-देवताओं के अस्त्र-शस्त्र तैयार किए थे। अगर कोई व्यक्ति व्यापार में तरक्की पाना चाहता है तो भगवान विश्वकर्मा की पूजा करना बेहद फलदायी होता है। वो लोग जो मशीन और निर्माण से जुड़े हुए हैं। इस कारण ही आझ देशभर में लोग भगवान विश्वकर्मा की पूजा करते हैं। विशकर्मा दिवस को लेकर आज मोगा में भी अलग-अलग स्थानों पर विश्वकर्मा जी का दिवस मनाया जा रहा है। वहीं मजदूर संग मोगा इकाई की और से भी इस दिन को बड़ी ही श्रद्धा के साथ मनाया और विशकर्मा जी की पूजा की।