पठानकोटः भारत-पाक सीमा और जेएंडके बॉर्डर के पास बसे गांव कोट भट्टियां में तीन दिन पहले दो हथियारबंद संदिग्ध आतंकी देखे गए थे। इसके बाद से पुलिस, बीएसएफ और एसएसजी संदिग्धों को ढूंढ रही है। बॉर्डर एरिया से सटे गांवों पर सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। शुक्रवार को जेएंडके बॉर्डर से सटे गांव कीड़ी गांडियल में एक बार फिर से संदिग्ध देखे गए हैं। इसकी सूचना तुंरत पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस टीम गांव पहुंची और गांव को चारों तरफ से घेर लिया है। इसके बाद तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस व एसओजी कमांडो गांव के सुनसान इलाकों और बंद पड़े घरों की भी तलाशी ले रही है। पठानकोट-जेएंडके बॉर्डर से सटे गांव कीड़ी गांडियाल में संदिग्ध लोगों के देख जाने के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी।
जानकारी मिलते ही पुलिस व कमांडो ने गांव कीड़ी गांडियाल और क्लेशर में सर्च ऑपरेशन चलाया। तलाशी के दौरान पुलिस ने पूरा एरिया सील कर दिया था। हालांकि अभी तक पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगा है। इससे एक दिन पहले वीरवार को पुलिस, बीएसएफ और एसएसजी के लगभग 400 जवानों ने बॉर्डर एरिया के 5 किलोमीटर के क्षेत्र का चप्पा-चप्पा खंगाला है। जिस फार्म हाउस में संदिग्ध ठहरे थे, वहां बीएसएफ के जनरल खुद जानकारी लेने के लिए पहुंचे थे और प्रवासी मजदूर महेश कुमार से संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी हासिल की।
वहीं, पुलिस ने सेकेंड लाइन ऑफ डिफेंस पर नाकाबंदी में सुरक्षा फोर्स बढ़ा दी है। सुरक्षा एजेंसियां प्रत्येक गतिविधि पर निगाह रख रही है। पुलिस, बीएसएफ और आर्मी ने उज्ज दरिया और आसपास लगे कई सीसीटीवी भी खंगाले। दूसरी तरफ बीएसएफ के डीजी नितिन अग्रवाल ने भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था संबंधी अधिकारियों से बैठक की थी। पुलिस ने गुज्जरों के डेरे खंगाले और उनसे भी पूछताछ की। पुलिस ने कुछ लोगों को राउंडअप करके पूछताछ भी की है।
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