अमृतसर। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के बाहर छात्र संगठन यूनिवर्सिटी के खिलाफ तीन छात्र भूख हड़ताल पर बैठ गए। इस दौरान छात्रों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि काफी समय से हमारा प्रशासन के साथ विवाद चल रहा है, जो दो मांगों को लेकर बातचीत चल रही थी, किसी भी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सकारात्मक जवाब नहीं दिया, इसमें दो अहम मुद्दे थे, एक आरक्षण का मुद्दा था कि 7% कोटा ग्रामीण क्षेत्र के साथ दिया गया। 3% कोटा मिलता था जो कि 2% कोटा मिलता था जो 1984 के पीड़ित परिवारों को मिलता था।
कुल कोटा 12% था जब यूनिवर्सिटी बनी थी गाँवों की वजह से सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण हम गांव के लोग, सामान्य परिवार से आने वाले बच्चे पढ़-लिखकर अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं, जिससे वे समाज को अच्छा मार्गदर्शन दे सकते हैं। लेकिन एक सोची समझी साजिश के तहत यह सब ख़त्म कर दिया गया, एक और मुद्दा है फीस जो हर साल लगातार बढ़ाई जा रही है।
बढ़ रही फीस किसी भी राज्य में दो-दो यूनिवर्सिटी चल रही हैं, एक पंजाबी यूनिवर्सिटी, एक गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, जहां एक कोर्स की फीस 25000 रुपये है जिस कोर्स की फीस गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी में है, उसी कोर्स की फीस 60 हजार रुपये है, यानी यहां के बच्चों को जो फीस दी जा रही है, उससे 100 गुना से भी ज्यादा बढ़ोतरी या ज्यादा फीस सिर्फ यही है कि ये लोग, ये सरकारें या जो अधिकारी चाहते हैं कि सामान्य परिवारों के बच्चे न पढ़ पाएं। उनकी बात सुनने का समय किसी के पास नहीं है और आखिरी बार तो अधिकारी हमारी मांगें नहीं मानते थे यहीं पर धरना जारी रखेंगे।