आज कार में या फिर भाजपा दफ्तर में सोएंगे रवनीत बिट्टू
लुधियानाः लोकसभा चुनाव से पहले रवनीत बिट्टू की मुश्किलें बढ़ गई। दरअसल, नामाकंन से पहले देर रात रवनीत बिट्टू को नगर निगम से एक नोटिस आया था। दरअसल, गुरप्रीत गोगी ने बिट्टू की सरकारी कोठी के बकाया राशि को लेकर मुद्दा उठाया था। हालांकि कोठी की एनओसी को लेकर जब बिट्टू से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले को लेकर कुछ नहीं पता है। उन्होंने कहाकि देर रात नगर निगम के 2 करोड़ रुपए के मैसेज के बाद उन्होंने आज सुबह अपनी बुजुर्गों की जमीन गहने पर रखकर पैसे जमा करवा दिए है। बिट्टू ने कहा कि उसने अपने दादा-दादी की जमीन को गहने पर रख दिया है। वहीं बिट्टू से जब नगर निगम द्वारा पहले नोटिस दिए जाने को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस नोटिस के बारे में भी कुछ पता नहीं है।
बिट्टू ने लुधियाना की डिवेल्पमेंट को लेकर कहाकि वह पीएम मोदी के नेतृत्व में इस जिले में बदलाव लाना चाहते है। उन्होंने कहा कि गुड़गांव की तरह वह लुधियाना में इलेक्ट्रिक बसों सहित इंडस्ट्री को बनाना चाहते है। वहीं उन्होंने कहा कि नगर निगम के मामले को लेकर कहा कि वह कह रहे है कि सरकारी घर में वह 10 साल से रह रहे है। बिट्टू ने कहाकि सरकारी घर में कोई बिना मर्जी से रह सकता है। उन्होंने कहा कि 3 सरकारें बदल गई, जिसमें अकाली दल, कांग्रेस और आप पार्टी शामिल है। उन्होंने कहा कि किसी ने नोटिस नहीं दिया कि वह अवैध रूप से रह रहे है। बिट्टू ने कहा कि नामाकंन भरने से एक दिन पहले नोटिस देकर कहा जा रहा है कि अवैध रूप से मैं रह रहा हूं। इस दौरान कोठी में रहने के सवाल पर बिट्टू ने कहाकि वहां पर अब कहां उस कोठी में रह सकते है। उन्होंने कहाकि आज वह या तो कार में सोएंगे या फिर भाजपा दफ्तर में सोएंगे।
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