चंडीगढ़ः जेल से नशे के कारोबार को लेकर पंजाब सरकार द्वारा सख्त एक्शन लिया गया है। इस दौरान नशे के मामले में 9 जेल अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। नशे के कारोबार में जेल अधिकारी और कैदी ही नहीं एक डॉक्टर भी शामिल है, जिसे गिरफ्तार किया गया है। पंजाब सरकार ने यह जानकारी हाईकोर्ट में लंबित याचिका पर सुनवाई के दौरान दी है। पंजाब सरकार के जवाब को रिकॉर्ड पर लेकर हाईकोर्ट ने अब 25 जुलाई तक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है। फिरोजपुर जेल से नशे के कारोबार का मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के संज्ञान में आया था।
जब आंकड़ों को खंगाला गया तो पता चला जेल से करीब 43000 फोन कॉल की गई थीं। हाईकोर्ट ने इस मामले में पंजाब सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि अधिकारियों के मिलीभगत के बिना यह संभव नहीं है। हाईकोर्ट ने पाया था कि अभी तक मोबाइल फोन मिलाने के जितने भी मामले सामने आए थे उसमें किसी पुलिस अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। हाईकोर्ट ने तब पंजाब सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि ऐसा लगता है कि सीबीआई को शामिल किए बगैर इस मामले की सही जांच संभव नहीं है।
तब पंजाब सरकार ने हाईकोर्ट से निवेदन किया था कि जांच सीबीआई को न दी जाए इस मामले में बेहतर जांच कर रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। अब इस मामले में हाईकोर्ट में रिपोर्ट सौंपते हुए पंजाब सरकार ने बताया कि कैदियों और जेल स्टाफ के अतिरिक्त इस मामले में एक डॉक्टर की संलिप्तता भी पाई गई है। डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है। उस पर आरोप है कि वह नशे के कारोबार में मोबाइल फोन को लेकर मदद करता था। पंजाब सरकार के हलफनामे को रिकॉर्ड पर लेकर हाईकोर्ट ने इस मामले में 25 जुलाई तक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है।