गुरदासपुरः अकाली दल ने विधानसभा हल्का डेरा बाबा नानक से 2022 में पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा चुनाव में कांग्रेसी उम्मीदवार सुखजिंदर सिंह रंधावा के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले अकाली नेता और पूर्व डिप्टी स्पीकर स्व. निर्मल सिंह काहलों का बेटा रविकरण सिंह काहलों को पार्टी से निकाल दिया है। अकाली दल को उस समय बड़ा झटका लगा, जब पार्टी से निकाले जाने के बाद रविकरण सिंह काहलों भाजपा पार्टी में शामिल हो गए। भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ ने उन्हें पार्टी में शामिल करवाया। इस दौरान सुनील जाखड़ ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहाकि तीनों कांग्रेस की छोटी सोच की उदाहरण है।
जिन्होंने हिंदू सिख को लेकर लड़ाने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा कि जो नेता धर्म और जात-पात को बांटने की बात करे वह ना तो सिख और ना हिंदू कहाए जाने वाले लोग होते है। वहीं रविकरण सिंह काहलों ने कहाकि उन्हें इस कारण पार्टी से निकाला गया क्योंकि उन्होंने सच की बात कही थी। उन्होंने कहाकि अकाली दल में रहते हुए उन्होंने बलत्कारियों को पार्टी में शामिल ना करने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि शुक्र है चरखे से उनका नाता टूटा। उन्होंने कहा कि रात उन्होंने बहुत मुश्किल से निकाली, जब पार्टी ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि देर रात सुनील जाखड़ ने उन्हें पार्टी में शामिल करने का आश्वासन दिया था।
इस मौके काहलों ने कहा कि SAD में सुखबीर सिंह बादल तो एक रबड़ की मोहर हैं। पार्टी को तो बिक्रम सिंह मजीठिया चलाते हैं। जो उन्हें अच्छा लगता है वह उसे पार्टी में रखते हैं, वरना उन्हें घर भेज देते हैं। उन्होंने डॉ. दलजीत सिंह चीमा के बारे में कहा कि 1997 के इलेक्शन में यह पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ आजाद मैदान में उतरे थे। उन्होंने कहा कि पार्टी से निकालने का एक नियम होता है। पहले नोटिस जारी कर जवाब लिया जाता है। काहलों ने कहा कि मैंने पार्टी में मेहनत की है। मैं 1992 से पार्टी से जुड़ा था। मैंने पार्टी में दरिया तक बिछाई है। वहीं, पार्टी ने जहां पर डयूटी लगाई। वहां पर उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाई है। उन्होंने कहा कि मैंने एक ही बात कही थी कि पार्टी में साफ सुथरी छवि वाले लोगों को रखा जाए। इस चीज की वजह से यह स्थिति बनी।
बता दें कि डॉक्टर चीमा ने सूचना दी थी कि पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल की ओर से पार्टी विरोधी गतिविधियों और पार्टी की पीठ में छूरा मारने के आरोपों के तहत रविकरण की प्राथमिक सदस्यता रद्द कर दी है। गौरतलब है कि रविकरण सिंह काहलों अकाली सरकार में कई उच्च पदों पर रहे स्वर्गीय निर्मल सिंह काहलों के बेटे हैं। वैसे तो पिछले कई दिनों से उनकी पार्टी छोड़ने की बातें चल रही थी, जिसे काहलों लगातार नाकार रहे थे। अब जबकि पार्टी द्वारा काहलों को पार्टी से निकाल दिया गया है तो कल कादियां में आप की रैली के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में आप में शामिल होने की संभावना है।
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