संगरूरः जिले के भवानीगढ़ से बड़ी खबर सामने आई है। भवानीगढ़ के गाँव भट्टिवाल में स्कूल के एक मास्टर की दरिंदगी सामने आई है। बच्चों ने आरोप लगाए है कि वह स्कूल के 12वीं कक्षा के 3 स्टूडेंट्स है। बच्चों के अनुसार की एक मास्टर ने बेरहमी से पिटाई कर दी। वहीं घटना के बाद सहमे हुए बच्चों ने आरोप लगाए है कि मास्टर स्कूल की लड़कियों को क्लास से बाहर भेजकर उन्हें गंदी गंदी गालियां देता है। आरोप है कि पीड़ित बच्चों ने जब मामले के बारे में गांव के सरपंच को बताया तो स्कूल पहुंचे सरपंच और उसके साथियों के साथ भी उक्त टीचर और स्टाफ के द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया।
वहीं टीचर स्टाफ का कहना है कि सरपंच के इशारे पर स्कूल पहुंचे बच्चों के अभिभावकों और लोगों ने स्कूल स्टाफ के साथ भी हाथापाई करते हुए उक्त टीचर की धुनाई कर दी। जिस वजह से टीचर को अस्पताल दाखिल होना पड़ा। मामले को लेकर स्कूल पहुंची पुलिस ने एक बार मामला शांत कर दोनों पक्षों को थाने बुलाया लिया है वही शिक्षा विभाग के जिलाधिकारी ने मामले की विभागीय जांच की जाने की बात कही है। स्कूल प्रिंसीपल भी टीचर के पक्ष में खड़े नजर आए। उन्होंने कहा कि शरारत करने पर बच्चों को समझाना तो पड़ता ही है। फिर भी मामले के संबंध में उन्होंने उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी है।
उधर, मामले संबंधी गांव के सरपंच जसकरण सिंह लंपी ने बताया कि उनके पास स्कूल के बच्चे मारपीट की शिकायत लेकर पहुंचे थे। इस दौरान वह अपने एक साथी के साथ प्रिंसीपल से बात करने स्कूल गए थे तो इस दौरान स्कूल स्टाफ द्वारा उनके साथ भी बुरा व्यवहार किया गया। अभी वह प्रिंसीपल से बात कर ही रहे थे तो बाहर बच्चों के अभिभावकों से उक्त टीचर ने भद्दी शब्दावली बोलकर उनके साथ हाथापाई कर ली और बाद में टीचर खुद ही अस्पताल में जाकर भर्ती हो गया। मामला गांव के सरपंच तक पहुंचा तो बच्चों के माता पिता ने स्कूल प्रशासन के साथ सरपंच सहित बात करके मास्टर पर कार्रवाई करने की मांग की। इस दौरान वहां पर मामला गरमा गया। मामला गर्माता देख पुलीस को इसकी सूचना दी गई। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत करवाने के दोनों पक्षों को थाने बुलाया।
बताया जा रहा है कि यह मामला शिक्षा विभाग के डिप्टी डीओ प्रीतिंदर घई के पास है। बताया जा रहा है कि डीओ मामले की गंभीरता से जांच करके सोमवार को फ़ैसला लेकर कारवाई शुरू करेंगे। इस मामले में अब ना स्कूल प्रशासन कैमरे के सामने आ रहा है और ना बच्चों के माता पिता इस मामले को लेकर अब कुछ बोलने को तैयार है। वहीं दूसरी ओर इस मामले को लेकर कैमरे के सामने पुलिस ने भी चुप्पी साधी हुई है। सूत्रों के अनुसार इस मामले को लेकर समझौते का दबाव बनाया जा रहा है, जिसके चलते अब इस मामले को लेकर कोई कैमरे के सामने कुछ नहीं कह रहा।