चंडीगढ़: विजीलैंस ब्यूरो ने एन.आर.आई. थाने के रीडर के तौर पर तैनात सिपाही बलराज सिंह को 20,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया है। इस मामले मे जानकारी देते हुए एसएसपी रविंदरपाल सिंह संधू ने बताया कि उक्त पुलिस कर्मचारी को एडवोकेट अरुण कुमार खुरमी, निवासी उपकार नगर, सिविल लाइन लुधियाना की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है।
शिकायतकर्ता ने विजीलैंस से सम्पर्क करके दोष लगाया था है कि गाँव उधोवाल, तहसील समराला, जि़ला लुधियाना में उसकी पत्नी के नाम पर 20 कनाल ज़मीन है। जिस पर दो व्यक्तियों ने ज़बरदस्ती कब्ज़ा करने की कोशिश की और इस ज़मीन में पापूलर के पेड़ भी चोरी कर लिए। पीड़ित ने इस मामले मे पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई थी।
जो एस.एच.ओ एन.आर.आईज़ सैल, लुधियाना के पास पेंडिंग है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसकी शिकायत पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की और एस.एच.ओ. एन.आर.आईज़ थाने के रीडर बलराज सिंह ने कार्यवाही करवाने के बदले एक लाख रुपए की रिश्वत की माँग की है। शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि उक्त मुलजिम ने उसे रिश्वत के तौर पर 20,000 रुपए पहले और 80,000 रुपए अगले हफ्ते तक देने के लिए कहा है।
एसएसपी संधू ने बताया कि शिकायतकर्ता के बयानों की पड़ताल के उपरांत उक्त मुलजिम के खि़लाफ़ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत थाना विजीलैंस ब्यूरो रेंज लुधियाना में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसके उपरांत विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाकर सिपाही बलराज सिंह को एन.आर.आई. थाना लुधियाना के बाहर से दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 20,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू कर लिया।विजिलेंस SHO एन.आर.आई. थाना की भूमिका की भी पड़ताल कर रही है।
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