पटियालाः पंजाब में पटियाला विधानसभा क्षेत्र के घन्नौर के पूर्व विधायक मदन लाल जलालपुरा पर विजिलेंस ने शिकंजा कसा है। राजपुरा के आईटी पार्क घोटाले के मामले में पूर्व कांग्रेसी नेता मदनलाल जलालपुर के खिलाफ विजिलेंस ने एलओसी जारी की। यह मामला सरकारी जमीन एक्वायर करने के दौरान घोटाला करने की वजह से दर्ज हुआ था। इस घोटाले के मामले में 3 से अधिक गांव के सरपंच के अलावा मदनलाल जलालपुर का नाम शामिल था। इसी केस में विजिलेंस की टीम ने मदनलाल जलालपुर को नामजद किया है। फिलहाल विजिलेंस ब्यूरो ने लुक आाउट सर्कुलर जारी किया है।

बता दें कि कोलकाता इंटिग्रेटिड कॉरिडोर के लिए ब्लॉक शंभू के पांच गांवों की 1104 एकड़ जमीन एक्वायर किए जाने में मुआवजे संबंधी अनियमितता को लेकर जांच कर रही है। विजिलेंस की टीम ने जलालपुर को इसी केस में नामजद किया है।गौरतलब है कि पांच गांवों आकड़ी, सेहरा, सेहरी, तख्तुमाजरा और पबरा की 1104 एकड़ जमीन एक्वायर की गई थी। इस जमीन के मुआवजे के तौर पर करीब 205 करोड़ रुपए जारी किए गए।
इन पांच गांवों पंचायतों को जो मुआवजा राशि जारी की गई उसे खर्च करने में भी गड़बड़ी का मामला सामने आया। मुआवजा जारी करने में अनियमितता का मामला सामने आया। अनियमितता के इस मामले में विजिलेंस ब्यूरो पटियाला ने 26 मई 2022 को केस दर्ज किया था। इस केस में सरकारी और प्राइवेट कुल 34 व्यक्तियों को विजिलेंस की टीम ने नामजद किया है। इनमें कुछ प्राइवेट फर्में भी शामिल हैं।
जहां एक ओर विजिलेंस टीम मदनलाल जलालपुर पर शिकंजा कंस रही है तो वहीं दूसरी ओर नेता रफ्फूचक्कर होने की तैयारी कर रहे हैं। पता चला है कि जमीन घोटाले में नाम आने के बाद से पूर्व विधायक मदन लाल जलालपुर अंडरग्राउंड हो गए हैं। सूत्रों की मानें तो गिरफ्तारी से बचने के लिए विदेश भागने की फिराक में है। इसी को देखते हुए विजिलेंस ने जलालपुर के नाम लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है।