चंडीगढ़ः पंजाब में बिजली का सकंट गहराने लगा है। दरअसल, बिजली की सप्लाई करना पीएसपीसीएल के लिए चुनौती बनता जा रहा है। क्योंकि कहा जा रहा है कि पंजाब में जरूरत के वक्त थर्मल से क्षमता के मुताबिक बिजली नहीं मिली है। सोमवार को दो निजी प्लांट भी बंद हो गए है। जिसके साथ तलवंडी साबो और जीवीके प्लांट की पांच यूनियों का बिजली उत्पादन बंद हो गया है।
इसके कारण बिजली उत्पादन में 1980 मेगावाट की कमी आई है। जबकि गोइंदवाल साहिब प्लांट की एक यूनिट बंद होने से 270 मेगावाट बिजली उत्पादन प्रभावित हुआ है और देर शाम दूसरी यूनिट बंद होने से 270 मेगावाट बिजली और प्रभावित हुई है। इसके अलावा लहरा मोहब्बत प्लांट की 420 मेगावाट क्षमता की यूनिट भी बंद है।
1980 क्षमता वाले तलवंडी साबो प्लांट की दो इकाइयां तकनीकी खराबी के कारण 30 जून को बंद हो गई थीं और तीसरी इकाई भी सोमवार 3 जुलाई को बंद हो गई है। इस समय पंजाब में अपने थर्मलों से कुल 2940 मेगावाट बिजली उत्पादन बंद है। बिजली की मांग को पूरा करने के लिए पीएसपीसीएल को केंद्रीय पूल से 9900 मेगावाट से अधिक बिजली लेनी पड़ी है।