मोहालीः शहर में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर तीसरा आंख के जरिए पुलिस शिकंजा कसेंगी। दरअसल, चंडीगढ़ की तर्ज पर शहर में सीसीटीवी कैमरों से ट्रैफिक नियमों का उल्लघंन करने वालों पर पुलिस पैनी नजर रखेगी। पुलिस ने सीएसआर के तहत निजी कंपनियों के सहयोग से शहर में 220 कैमरे लगाए हैं। जबकि इससे पहले शहर में करीब 450 कैमरे लगे थे। इसके साथ ही पुलिस ने 26 नई जगहों को भी चिन्हित किया है, जहां जल्द ही कैमरे लगाए जाने वाले हैं। वहीं पंजाब पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन (पीपीएचसी) करीब 400 कैमरे हाई रिजोल्यूशन के लगाने जा रहा है, लेकिन अभी तक इसका टेंडर अलॉट नहीं हुआ है। हालांकि सरकार ने इसके लिए 10.84 करोड़ रुपए भेजे हैं।
करीब 4 माह से शहर में कैमरे लगाने की सरकार की योजना पर अमल नहीं हो सका है। इसके साथ ही सीएसआर के सहयोग से पुलिस ने शहर में कई कैमरे लगाए हैं। पुलिस ने नवांगांव में 26, मटौर में पांच, फेज-1 में चार कैमरे लगाए हैं। इससे पहले नयागांव में एक भी कैमरा नहीं था। इसके साथ ही मटौर में 26 कैमरे पहले से लगे हुए थे, लेकिन उनमें से 15 काम नहीं कर रहे थे। अब विभाग ने इसे ठीक कर दिया है। वहीं फेज-1 में 28 कैमरे पहले से लगे हुए थे, जिनमें से 10 काम नहीं कर रहे थे लेकिन अब उन्हें ठीक कर दिया गया है।
पीपीएचसी सोहाना थाने के दूसरी मंजिल पर स्पेशल कमांड एंड कंट्रोल सेंटर तैयार किया जाएगा। इसमें एक डिजिटल दीवार बनाई जाएगी। यहां से पूरे शहर की कैमरा इमेज सामने आएगी, कहां क्या हो रहा है? सड़क दुर्घटना के साथ किसी भी आपराधिक घटना का कैमरे के माध्यम से कंट्रोल रूम में तत्काल पता चल जाएगा। इसके बाद पुलिस की मदद से घटना स्थल पर तुरंत पहुंच सकेंगे।
पीपीएचसी जिले के कुछ चौंकों पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) कैमरे लगाने की योजना बना रहा है। ये कैमरे वाहनों की नंबर प्लेट की फोटो ले सकेंगे। वहीं पुलिस चोरी हुए वाहनों का डाटा एएनपीआर कैमरों में फीड करेगी। जैसे ही कोई संदिग्ध व्यक्ति चोरी के वाहन के साथ गुजरता है, एएनपीआर कैमरा उसकी तस्वीर कैद कर लेता है। यहां से सीधे पुलिस कंट्रोल रूम को अलर्ट जारी किया जाएगा। इससे अपराधी तत्काल पकड़े जाएंगे।