चंडीगढ़, 23 सितंबर 2024: पंजाब पुलिस ने नागरिक-केन्द्रित पुलिसिंग को बढ़ावा देने के लिए देश का पहला आंतरिक पुलिस सुधार प्रोजेक्ट लॉन्च कर दिया है। इस प्रोजेक्ट की शुरुआत विशेष डीजीपी (कम्युनिटी अफेयर्स डिविजन) गुरप्रीत कौर देव ने डीजीपी पंजाब गौरव यादव के मार्गदर्शन में की। इस अवसर पर इंडियन पुलिस फाउंडेशन (IPF) के उपाध्यक्ष और परियोजना निदेशक, सेवानिवृत्त आईपीएस डॉ. इश कुमार, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
यह प्रोजेक्ट पंजाब के दो जिलों—सास नगर और रूपनगर—में पायलट के रूप में शुरू किया गया है, जिसमें छह और नौ पुलिस थानों को कवर किया जाएगा। पंजाब के अलावा यह प्रोजेक्ट तमिलनाडु, तेलंगाना, और छत्तीसगढ़ में भी लॉन्च किया जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य एफआईआर पंजीकरण में सुधार, पुलिस जवाबदेही बढ़ाना, पुलिस और जनता के बीच आपसी विश्वास को मजबूत करना, और पुलिस स्टेशनों का वातावरण सुधारना है।
प्रोजेक्ट के मुख्य उद्देश्य और प्राथमिकताएँ:
- पहुंच और प्रतिक्रिया: आम जनता की पुलिस सेवाओं तक पहुंच बढ़ाना और शिकायतों पर त्वरित व पेशेवर तरीके से कार्रवाई सुनिश्चित करना।
- जांच की गुणवत्ता: मामले की प्रभावी जांच और साक्ष्य संग्रह में सुधार लाना, महिलाओं और बुजुर्गों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाना।
- नागरिक सेवाएं: अनुमति, एनओसी और पुलिस सत्यापन जैसी सेवाओं को सरल बनाना और पारदर्शिता बनाए रखना।
- कार्यस्थल का वातावरण: पुलिस थानों में सकारात्मक माहौल बनाना और पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाना।
- सामुदायिक पुलिसिंग: सामुदायिक जुड़ाव को बढ़ावा देना और स्थानीय समस्याओं को प्राथमिकता देना।
- पुलिस का व्यवहार: शिकायतकर्ताओं और गवाहों के प्रति सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित करना।
- प्रशिक्षण: पुलिसकर्मियों की पेशेवर क्षमता में सुधार के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बढ़ाना।
इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत पंजाब का SAANJH प्रोजेक्ट भी आता है, जिसके जरिए लोग पुलिस थानों में गए बिना ही ऑनलाइन पुलिस सेवाओं का लाभ ले सकते हैं। इस प्रोजेक्ट को अन्य राज्यों में भी लागू करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
IPF के निदेशक डॉ. इश कुमार ने पंजाब पुलिस के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि यह प्रोजेक्ट न केवल पंजाब बल्कि अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण बनेगा। उन्होंने बताया कि इस परियोजना में दस महीनों तक विस्तृत सर्वेक्षण और फोकस ग्रुप चर्चाएं शामिल होंगी, जिससे सुधार के नए क्षेत्रों की पहचान की जा सकेगी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशानुसार, यह प्रोजेक्ट पंजाब पुलिस की नागरिक-केन्द्रित सेवा को एक नए स्तर पर ले जाएगा, जिसमें पारदर्शिता और नागरिक अधिकारों की सुरक्षा प्राथमिकता होगी।