नंगल : भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते पहले से ही तनावपूर्ण हैं। लेकिन इसका ताजा उदाहरण तब देखने को मिला जब नूरपुरबेदी इलाके के गांव डुमेवाल के गुरु सिखों और निहंग सिंह तथा बाणे वेशधारी मनदीप सिंह, जो श्री गुरु अर्जन देव जी का शहीदी दिवस मनाने के लिए भारत से गए थे। जिनको पाकिस्तान पुलिस ने कई घंटों तक पूछताछ की, पूछताछ के दौरान दुर्व्यवहार के कारण पाकिस्तान अधिकारियों ने वापिस वरंग भेज दिया गया। इस संबंध में सुबह अपने गांव डूमेवाल पहुंचे मनदीप सिंह ने बताया कि वह 8 जून को करीब साढ़े तीन बजे अपने घर से निकले थे और उससे पहले उन्हें फिरोजपुर के जत्थे के साथ पाकिस्तान जाना था। उन्हें फिरोजपुर के जत्थे के साथ पाकिस्तान जाना था।
उन्होंने कहा कि वह सुबह अटारी सीमा पर पहुंचे और उसके बाद भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने दस्तावेजों की जांच के बाद उन्हें सुबह 8:30 बजे सीमा पार भेज दिया, जिसके बाद पाकिस्तानी अधिकारियों ने उनके पासपोर्ट पर मोहर लगाई और इमीग्रेशन के बाद उन्हें आगे भेज दिया इसके बाद दोबारा दस्तावेजों में कमी के नाम पर उसे वापस बुलाया गया। इस दौरान पाकिस्तान के अधिकारियों ने निहंग सिंह के बाणे और दाढ़ी के अलावा, उनके द्वारा पहने जाने वाले कृपाण, कड़ा और अन्य सिख धर्म से संबंधित प्रश्न बार-बार पूछे।
जिससे उनके मन को बहुत ठेस पहुंची। इस बीच उन्हें करीब 8 घंटे तक बिना पानी और पंखे के एक कमरे में बैठाए रखा गया।उन्होंने बताया कि उक्त जत्थे के सभी श्रद्धालुओं को शाम करीब साढ़े 4 बजे पाकिस्तान रवाना करने के बाद उन्हें वापिस भारत भेज दिया गया। इस बीच पाकिस्तानी अधिकारियों ने उनके पासपोर्ट पर वापसी की कोई मोहर नहीं लगाई।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.