जालंधरः सकरारी अस्पतालों डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की हुई है। जिससे अस्पतालों में इलाज के लिए आए मरीज़ों को परेशानी का सामना करन पड़ रहा है। डॉक्टरों द्वारा की गई हड़ताल के कारण आधे दिन के लिए ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी। डॉक्टरों के यूनियन ने कहा कि पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज (PCMS) एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित इस विरोध प्रदर्शन के तहत जिला, उपमंडलीय अस्पतालों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बुधवार तक रोजाना तीन घंटे ओपीडी सेवाएं प्रभावित रहेंगी।
वहीं, पीसीएमएस एसोसिएशन की जालंधर की मीडिया सचिव व एमरजेंसी विभाग की इंचार्ज डॉ. हरवीन कौर ने बताया कि अस्पतालों में डाक्टरों की नियमित भर्ती की जानी चाहिए। डाक्टरों के काटे भत्ते भी बहाल किये जाएं। उन्होंने कहा कि कल सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही जारी रहेगी।
लुधियाना में मरीज़ परेशान
लुधियाना के सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर तीन दिनों के लिए सुबह 8 बजे से 11 बजे तक हड़ताल पर हैं। इस बीच अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीज़ों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पतालों में इलाज के लिए आए इमरजेंसी मरीजों की भी जांच नहीं हो पा रही है। अस्पताल में एक मरीज़ से बात की गई जिसने बताया कि उसे कुत्ते ने काटा है ओर उसका इलाज करने के लिए यहां कोई भी नहीं है।
पठानकोट में भी बंद रही सुविधाएं
वहीं पठानकोट में भी सुबह 8 से 11 बजे तक हड़ताल की गई जिस दोरान मरीज़ काफी पेशान दिखाई दिए। इस मामले में डॉक्टरों से बात की तो उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं को खत्म करना चाहती है। उन्होंने मरीजों के पक्ष में बोलते हुए कहा कि यह हड़ताल सिर्फ हमारे लिए नहीं बल्कि मरीजों के लिए भी है, क्योंकि डॉक्टरों और स्टाफ की कमी के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। हमारी सरकार से यह मांग है कि डॉक्टरों की जायज मांग पर विचार किया जाए और मरीजों की सुविधा के लिए स्टाफ तैनात किया जाए।
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