बांधों के जलस्तर खतरे के निशान के करीब
मोहालीः जालंधर सहित पंजाब के कई जिलों में देर रात से बारिश हो रही है। वहीं आज सुबह बारिश के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। वहीं बारिश को लेकर मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले 3 दिन राज्य में अच्छी बारिश होने के आसार है। मौसम विभाग के अनुसार बारिश सामान्य से ज्यादा हो सकती है। बीते दिन भी कुछ जिलों में बारिश हुई।
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लुधियाना में 0.2 मिमी, पटियाला में 1.4 मिमी, मोहाली में 3 मिमी और रूपनगर में 10 मिमी। जिससे औसत अधिकतम तापमान में 2.7°C की गिरावट दर्ज की गई। अब यह तापमान लगभग सामान्य है। सबसे ज्यादा तापमान अमृतसर में 36.3°C रहा, जो सामान्य से 2.2°C अधिक था, लेकिन सुबह की बारिश ने राहत दी। लुधियाना में अधिकतम तापमान 32.9°C, पटियाला में 31.5°C और बठिंडा में 35°C दर्ज किया गया।
मौसम चेतावनी मानचित्र के अनुसार, 12 अगस्त को पंजाब के अधिकांश जिलों में कोई चेतावनी नहीं है। मौसम सामान्य रहेगा। लेकिन, आने वाले दिनों (13 से 15 अगस्त) में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में मौसम में बदलाव और कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। 11 अगस्त 2025 की सुबह 6 बजे तक सतलुज, ब्यास और रावी नदियों पर बने प्रमुख बांधों में जलस्तर अपनी कुल क्षमता के 75 फीसदी से अधिक पर पहुंच चुका है। सतलुज नदी पर स्थित भाखड़ा डेम का पूर्ण भराव स्तर 1685 फीट और क्षमता 5.918 एमएएफ है। वर्तमान में इसका जलस्तर 1646.55 फीट पर है, जिसमें 4.462 एमएएफ पानी मौजूद है, जो कुल क्षमता का 75.40 प्रतिशत है। पिछले वर्ष इसी दिन जलस्तर 1620.06 फीट और क्षमता 3.601 एमएएफ थी।
ब्यास नदी पर बने पोंग डेम का पूर्ण भराव स्तर 1400 फीट और क्षमता 6.127 एमएएफ है। आज सुबह इसका स्तर 1376.05 फीट और पानी की मात्रा 4.703 एमएएफ रही, जो कुल क्षमता का 76.76 प्रतिशत है। पिछले वर्ष इसी दिन जलस्तर 1341.43 फीट और क्षमता 3.016 एमएएफ थी। रावी नदी पर स्थित थीन डेम का पूर्ण भराव स्तर 1731.98 फीट और क्षमता 2.663 एमएएफ है। इस समय डेम का स्तर 1699.09 फीट और पानी की मात्रा 2.048 एमएएफ है, जो कुल क्षमता का 76.91 प्रतिशत है। गत वर्ष इसी दिन यह स्तर 1629.08 फीट और क्षमता 1.156 एमएएफ था। ऐसे में बांधों में जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। हालांकि प्रशासन ने बांधों पर पैनी नजर बनाकर रखी हुई है।