कपूरथला/होशियारपुरः पंजाब के मैदानी इलाके और हिमाचल के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के चलते डैमो में पानी का जलस्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा। जिसके कारण पंजाब के कई जिले बाढ़ से पूर्ण रूप से प्रभावित है। वहीं लगातार डैमो से लाखों क्यूसेक पानी लगातार छोड़ा जा रहा है। डैमो से छोड़े जा रहे पानी से पंजाब के मैदानी इलाकों में बाढ़ की स्थिति ज्यों की त्यों ही है। आज पोंग डैम से 99 हजार 673 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। दूसरी ओर भाखड़ा डैम से 80 से 85 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। पोंग और भाखड़ा डैम से लगातार पानी छोड़ने के कारण सतलुज और ब्यास दरिया का पानी ओर उफान पर चढ़ जाएगा। जिसे लेकर प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए दरिया के किनारों से लोगों को दूर रहने के निर्देश दिए है।
आज पौंग बांध के महाराणा प्रताप झील का आज का जलस्तर बढ़ कर 1394.52 फिट हो गया है। जब कि कल के मुकाबले डेढ़ फीट की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। झील में पानी की आमद 107205 है और डैम से ब्यास नदी में पानी 99 हजार 673 क्यूसिक छोड़ा जा रहा है। यदि बात की जाए तो कल पानी की आमद 2 लाख 10 हजार क्यूसिक के आस पास थी और डैम से 80 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है। लेकिन हिमाचल ओर पंजाब में लगातार पिछले 5 दिन से हो रही बारिश चिंता का विषय है। यदि आने वाले दिनों में ऐसा ही बारिश होती रही तो भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड जल्द अधिक पानी छोड़ने का फैसला ले सकता है।
जिससे आने वाले दिनों में पंजाब और हिमाचल के लोग जो ब्यास नदी के किनारे रहते है उनकी चिंता बढ़ा सकता है। डैम से पानी अधिक छोड़े जाने के बाद ब्यास दरिया का जल स्तर बढ़ेगा। वहीं पंजाब के कपूरथला के सुलतानपुर लोधी में 35 गांव पहले ही बाढ़ की चपेट में है। ऐसे में ब्यास दरिया में पोंग डैम से लगातार पानी आने से स्थिति और भी गंभीर हो जाएगी।कपूरथला और होशियारपुर में ब्यास दरिया किनारों से लोगों को दूर रहने के निर्देश प्रशासन ने जारी किए है। क्योंकि ब्यास दरिया का जलस्तर कम होने की बजाय लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे ही आलम रहा तो आने वाले दिनों में लोगों के लिए मुसीबत ओर बढ़ेगी।