संगरूरः सुलरघराट से नीलोवाल गांव की ओर जाती मुख्य नहर के पाड़ पड़ने से खड़ियाल गांव के पास अचानक नहर टूट गई। नहर के टूटने से आसपास के खेतों में पानी भर गया। इस हादसे में सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। वहीं नहर टूटने की जानकारी मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पानी रोकने की कोशिश की, लेकिन तब तक काफी जमीन डूब चुकी थी। किसानों ने बताया कि उन्होंने पहले भी नहर की कमजोर स्थिति को लेकर प्रशासन को आगाह किया था, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया।
इस जलभराव से गेहूं की कटाई के बाद तैयार की जा रही अगली फसल की तैयारी पर भी असर पड़ा है। किसानों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही के चलते उन्हें यह नुकसान झेलना पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन से मुआवज़े की मांग की है और जल्द नहर की मरम्मत की मांग भी उठाई है। गांव के किसानों ने कहा, “हम बार-बार चेतावनी देते रहे कि नहर की दीवारें कमजोर हैं, लेकिन हमारी कोई नहीं सुनता। अब जब सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है, तो प्रशासन को जवाब देना होगा।”
वहीं अधिकारी ने बताया कि आज सुबह 5 बजे नहर में पाड़ पड़ गया। इसकी सूचना मिलते ही एसडीएम ने तहसीलदार और जेई को मौके पर भेजा। वहीं अब एक्सइन भी मौके पर जांच करने के लिए गए है। नहरी पानी को पीछे से रोक दिया गया। पानी के लैवल शाम तक कम हो पाएगा। जिसके बाद इस पाड़ को दोबारा से रिपेयर किया जाएगा। इसकी रिपेयर को लेकर 2 दिन लग जाएगे। वहीं उन्होंने नहर के पास खेतों के किसानों से अपील की है कि वह नहर की पटरी को अपने खेंतों में पैली बनाने के लिए अपने खेतों के लिए पटरी बना लेते है। जिसके चलते यह पटरी कमजोर हो जाती है और इसमें पाड़ पड़ जाता है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच दोबारा से की जाएगी।