कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक ने कहा, शहीद देश की धरोहर हैं, उनका सम्मान करना हम सबका कर्तव्य
पठानकोट। 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए मेजर कुलबीर राणा को शहीदी दिवस पर श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान श्रद्धांजलि समारोह में शहीद सैनिकों के परिवार शामिल हुए। इस मौके BSF कमांडेंट और कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक ने भी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान बच्चों ने देशभक्ति के कार्यक्रम पेश किए।
पंजाब की धरती उन वीरों की धरती है जो हमेशा कुर्बानी देने के लिए तैयार रहते हैं। जब भी देश की आन, बान और शान पर कोई खतरा आया है, उस समय पंजाब के सैनिकों ने अपनी खुशियां कुर्बान कर देश की रक्षा के लिए अपना सब कुछ दे दिया है। इन्हीं बहादुरों में से एक थे पठानकोट से सटे गांव तंगोशाह के मेजर कुलबीर सिंह राणा, जो 15 राजपूत रेजिमेंट फाजिल्का में मेजर के पद पर तैनात थे। 1971 के भारत-पाक युद्ध में उन्होंने बहादुरी से पाकिस्तानी सेना का सामना किया और शहीद हो गए। उन्हें मरणोपरांत रक्षा पदक से सम्मानित किया गया।
आज मेजर राणा की याद में उनके पैतृक गांव तंगोशाह के स्कूल में गांववालों और शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद की तरफ से श्रद्धांजलि समारोह रखा गया। जहां BSF कमांडेंट और कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक पहुंचे। इस मौके पर स्कूली बच्चों ने देशभक्ति के गाने गाकर माहौल को देशभक्ति के रंग से भर दिया। देश के लिए शहीद हुए सैनिकों के परिवार वाले भी इस समारोह में शामिल हुए।
मेजर कुलबीर राणा की शहादत पर गर्व है
इस मौके पर मेजर कुलबीर राणा की पत्नी ने कहा कि हमें मेजर कुलबीर राणा की शहादत पर गर्व है। उन्होंने न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे इलाके का नाम रोशन किया है। युवा पीढ़ी को उनकी शहादत से सीख लेनी चाहिए और देशभक्ति से प्रेरित होना चाहिए। शहीद परिवार सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष रविंदर विक्की ने कहा कि आज बच्चों ने संकल्प लिया है कि हम अपने शहीदों की कुर्बानी को हमेशा याद रखेंगे। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक ने कहा कि शहीद देश की धरोहर हैं, उनका सम्मान करना हम सबका कर्तव्य है।