बठिंडाः जिले के परिवहन कार्यालय (RTA) के बाहर मानसा जिले के ट्रांसपोर्टरों ने धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि RTA बठिंडा ने गंभीर धांधली करते हुए एक मृत व्यक्ति के नाम पर वाहन परमिट जारी किया है। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में पोस्टर और बैनर लेकर जमकर नारेबाजी की। उनका कहना है कि यह मामला केवल भ्रष्टाचार तक सीमित नहीं, बल्कि सरकारी रिकॉर्ड से छेड़छाड़ और नियमों की खुली अवहेलना है।
एक ट्रांसपोर्टर ने बताया, “उन्होंने जब RTA के अधिकारी से जानकारी मांगी तो पता चला कि जिनके नाम पर परमिट जारी हुआ है, उस व्यक्ति की 2 साल पहले ही मौत हो चुकी हैं। ऐसे में यह स्पष्ट है कि विभाग में रिश्वत लेकर फर्जीवाड़ा किया गया है।”
दूसरी धरने के जवाब में RTA के अधिकारी गगनदीप सिंह ने सभी आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि विभाग की कार्यप्रणाली पूरी तरह पारदर्शी है और कोई भी परमिट नियमानुसार ही जारी किया जाता है। उन्होंने कहा, “यदि किसी ट्रांसपोर्टर को किसी भी तरह की आपत्ति है, तो वह प्रमाण सहित लिखित शिकायत दे। हम जांच के लिए पूरी तरह तैयार हैं, लेकिन बेबुनियाद आरोपों से विभाग की छवि खराब करने की कोशिश न की जाए।”
विरोध कर रहे ट्रांसपोर्टरों ने मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और यदि अधिकारी दोषी पाए जाएं, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। धरना समाप्त करते हुए ट्रांसपोर्ट यूनियन ने चेतावनी दी कि यदि सात दिन में कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।