पठानकोटः हिमाचल और जम्मू-कश्मीर की सीमाओं के साथ लगने के चलते कई लोग पठानकोट के रास्ते इन्हीं प्रांतों में घूमने के लिए जाते हैं और पठानकोट से ही अधिकांशतः व्यापार इन क्षेत्रों में होता है। इसी को लेकर लोकसभा हलका गुरदासपुर के पूर्व सांसद स्व. विनोद खन्ना के प्रयासों से जिले में सिविल एयरपोर्ट का निर्माण कराया गया था। इसके बाद कई बार इस एयरपोर्ट से जहाजों ने उड़ानें भरीं और कई बार बंद हुईं। अब लंबे समय से एयरपोर्ट पूरी तरह बंद पड़ा है जोकि सफेद हाथी का रूप धारण कर चुका है जिसको लेकर एक बार फिर से व्यवसायियों और लोगों द्वारा इस एयरपोर्ट से उड़ानें शुरू करने की मांग की गई है।
इस संबंध में जब पठानकोट के व्यवसायियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि 2007 में बना पठानकोट एयरपोर्ट लंबे समय से सफेद हाथी बन गया है। जब पठानकोट हिमाचल और जम्मू कश्मीर से लगता है और पठानकोट को भी टूरिस्ट हब बनाने के लिए सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। यदि एयरपोर्ट को फिर से शुरू किया जाता है तो पर्यटन के माध्यम से पठानकोट में भी विकास होगा।
व्यवसायियों ने कहा कि पठानकोट के व्यवसायियों को व्यापार के चलते अक्सर दिल्ली और अन्य प्रांतों में जाना पड़ता है जिसके लिए व्यवसायी पहले अमृतसर या जम्मू जाते हैं और वहां से उन्हें फ्लाइट मिलती है जिसमें काफी समय और पैसे की भी बर्बादी होती है। इसलिए हमारी सरकार से मांग है कि पठानकोट एयरपोर्ट को जल्द शुरू किया जाए ताकि पठानकोट में तरक्की के रास्ते खुल सकें।