कपूरथलाः भारतीय सिख महिला सरबजीत कौर और पाकिस्तानी युवक नासिर हुसैन के विवाह का मामला लगातार गरमाता जा रहा है। वहीं यह मामला अब लाहौर के हाईकोर्ट में पहुंच गया है। जहां पाकिस्तान स्थित पंजाब विधानसभा के पूर्व सदस्य महिंदर पाल सिंह ने लाहौर हाई कोर्ट में याचिका दायर कर उक्त महिला की गिरफ्तारी और उसे भारत वापस भेजने की मांग की है। याचिका में कहा गया है कि 48 वर्षीय सरबजीत कौर भारत से तीर्थयात्रियों के साथ पाकिस्तान आई थीं, लेकिन यहां पहुंचने के बाद अचानक लापता हो गईं।
उनकी ओर से कहा गया है कि सरबजीत कौर पाकिस्तान में वीजा अवधि समाप्त होने के बावजूद रुकी हुई हैं, जिससे सुरक्षा से जुड़े पहलू उत्पन्न हो सकते हैं। याचिकाकर्ता ने आशंका जताई है कि वह संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हो सकती हैं, इसलिए मामले की जांच आवश्यक है। महिला कपूरथला के गांव अमानीपुर की रहने वाली सरबजीत कौर गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर सिख श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ पाकिस्तान पहुंची थीं। इसी दौरान, 4 नवंबर को उन्होंने स्थानीय युवक नासिर हुसैन के साथ निकाह कर लिया। यह मामला उसके बाद लगातार सुर्खियों में बना हुआ है।
दूसरी ओर, सरबजीत और नासिर हुसैन ने भी कोर्ट में याचिका दायर की है। इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें पुलिस और अधिकारियों द्वारा लगातार परेशान किया जा रहा है। दोनों ने अदालत से सुरक्षा प्रदान करने और किसी भी तरह की जबरन कार्रवाई से बचाने की मांग की है। मामला संवेदनशील होने से लाहौर हाई कोर्ट ने दोनों याचिकाओं पर सुनवाई शुरू कर दी है। जल्द ही अदालत कोई महत्वपूर्ण आदेश जारी कर सकती है। याचिका में सरबजीत कौर ने बताया कि वह तलाकशुदा हैं और पिछले नौ वर्षों से नासिर हुसैन को सोशल मीडिया पर जानती थीं। उनका कहना है कि वे अपनी इच्छा से पाकिस्तान आईं और विवाह किया। साथ ही उन्होंने अपने वीजा को बढ़ाने और पाकिस्तानी नागरिकता के लिए दूतावास से संपर्क भी किया है।