सरकार से पार्क की ओर ध्यान देने की अपील
पठानकोटः स्वतंत्रता सेनानी डा. शाम प्रसाद मुखर्जी जिन्होंने आजादी के बाद से ही देश को एक करने के लिए एक संविधान और एक निशान का वादा किया था, ताकि जम्मू-कश्मीर में जाने के लिए उस समय जो परमिट सिस्टम लागू था उसे खत्म किया जा सके, जिसके चलते उन्होंने पंजाब के माधोपुर गांव जोकि पंजाब और जम्मू-कश्मीर की सीमा पर स्थित है,
में संघर्ष भी किया था और इसी के चलते 2010 में भाजपा ने माधोपुर में श्याम प्रसाद मुखर्जी की याद में एक पार्क बनाया गया, जिसमें डॉ. श्याम प्रसाद मुखर्जी की एक प्रतिमा भी स्थापित की गई तथा एक पुस्तकालय भी बनाया गया जिसमें डा. श्याम प्रसाद मुखर्जी की जीवनी को बयान करती पुस्कतें भी हैं, लेकिन इन दिनों यह स्मारक, जिसका नाम एकता स्थल है, अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है, इसकी ओर देखने वाला कोई नहीं है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि सरकार ने भारत को एक करने वाले शहीद श्याम प्रसाद मुखर्जी के सम्मान में माधोपुर में एक पार्क बनाया और उनकी प्रतिमा भी स्थापित की, लेकिन पार्क और प्रतिमा की हालत अब दयनीय हुई पड़ी है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं और हर तरफ झाड़ियां उगी हुई हैं। लोगों ने सरकार के अपील की कि इस ऐतिहासिक स्मारक की ओर ध्यान दिया जाए ताकि इस शहीद को सम्मान मिल सके।