अमृतसरः गुरु राम दास जी द्वारा बसाई गई गुरु नगरी अमृतसर का गोल्डन गेट, जिसे सिखों की नगरी भी कहा जाता है, यह नहर शहर के 5 पवित्र जलाशयों को बहाती है। जिले में कुछ अंधविश्वासों और जादू-टोना करने वालों के कारण आज 5 पवित्र जलाशयों में जाने वाला पानी दूषित हो रहा है। समाज सेवक सोनू जंडियाला ने इस पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में इस पानी को कुछ अंधविश्वासी लोगों द्वारा जादू-टोने में फंसकर दूषित किया जा रहा है, जिससे शहर के सभी निवासी गंदा पानी पीने को मजबूर हैं, लेकिन प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। नहरी विभाग भी इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है।
कुछ शहरवासियों की वजह से लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं और हमारा पवित्र जल प्रदूषित हो रहा है। नहर की ये हालत है कि वहां देवी-देवताओं की तस्वीरें और कई चीजें हैं जो लोग नहर में फेंक देते हैं। इस नहर की कई बार सफाई हो चुकी है लेकिन फिर भी लोग यहां लगातार आते हैं और देवी-देवताओं, गुरुओं, पीर-पैगम्बरों की तस्वीरें और मिठाइयों के खाली डिब्बों को फेंक देते हैं। प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। आने वाले समय में हालात और खराब होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि समय रहते हमें पानी को साफ रखने के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे।
