पुलिस अधिकारी और RCG Immigration के Partner पर लगे गंभीर आरोप
मोहाली/मोगाः मोहाली में इमिग्रेशन का कारोबार करने वाले मोगा के प्रमुख व्यापारी राजदीप सिंह ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मृतक राजदीप सिंह का परिवार मोगा में रहता है। राजदीप ने बैंक के बाथरूम में खुद को गोली मारकर आत्महत्या की, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बाथरूम का दरवाजा तोड़कर मृतक के शव को बाहर निकाला, जिसके बाद उसकी जेब से एक सुसाइड नोट और एक वीडियो भी मिला।
राजदीप सिंह चंडीगढ़ के सेक्टर 82 के फेज 11 में इमिग्रेशन का काम करते थे। सुसाइड से पहले उन्होंने एक वीडियो भी बनाया जिसमें उन्होंने 4 लोगों पर सुसाइड करने के लिए मजबूर करने के आरोप लगाए हैं। वीडियो में उसने कहा कि एसपी गुरजोत कलेर ने उसे घर में बुलाकर पुलिस मुलाजिमों की मौजूदगी में धक्के से उसकी वीडियो बनाई और उसे परिवार को भी झूठे केसों में फंसाने की धमकी दी गई जिससे परेशान होकर मै आत्महत्या कर रहा हूं।
आत्महत्या के बाद पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला जिसमें पीड़ित राजदीप सिंह ने गुरजोत कलेर एआईजी पुलिस, सीए समीर अग्रवाल, रिंकू कृष्णा कैटरस, आरसीजी इमीग्रेशन की शनाया अरोड़ा को आत्महत्या के लिए मजबूर करने की बात कही है। पीड़ित ने बताया कि गुरजोत कलेर ने उसके साथ इमीग्रेशन का काम शुरू किया था। बाद में वह उससे 1 करोड़ 60 लाख रुपए ले गया और अब वह उससे और पैसे की मांग कर रहे हैं। इसके लिए वह उसे धमका रहे हैं कि अगर हमारी बात न मानी तो उसको और उसके परिवार को झूठे केस में फंसा दिया जाएगा जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली।
डीएसपी हरसिमरन सिंह बल ने बताया कि पीड़ित राजदीप सिंह के पिता परमजीत सिंह के बयान पर 4 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। वहीं जांच के दौरान जुटाए गए सबूतों के आधार पर एआईजी गुरजोत कलेर समेत 4 लोगों के खिलाफ थाना फेज-8 में केस दर्ज किया गया है।
फेज-8 थाने के एसएचओ सतनाम सिंह ने बताया कि राजबीर सिंह ने अपनी कनपटी पर रिवॉल्वर से गोली मारी थी। पुलिस ने रिवॉल्वर बरामद कर ली है और जांच कर रही है कि हथियार राजबीर के नाम पर था या किसी और का। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि राजबीर सिंह ने बैंक जाकर आत्महत्या क्यों की। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या उसका किसी बैंक अधिकारी से झगड़ा हुआ था या फिर किसी लोन को लेकर कोई विवाद था।