अमृतसरः सचखंड श्री दरबार साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी रघबीर सिंह ने बीबी कोला जी कल्याण केंद्र पहुंचकर अरदास की और बाढ़ पीड़ितों के लिए राशन भेजा। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि जहां एक ओर सभी वर्ग के लोग तन-मन-धन से बाढ़ पीड़ितों की सेवा में लगे हैं, वहीं कुछ शरारती तत्व राशन की कालाबाजारी कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से ऐसे लोगों पर नकेल कसने के लिए सख्त कार्रवाई करने की अपील की।
पिछले 3 हफ्तों से पंजाब के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। लाखों एकड़ फसलें नष्ट हो गई हैं, घर ढह गए हैं, मवेशी बह गए हैं और लोगों के व्यवसाय बर्बाद हो गए हैं। जमीन में रेत और गाद के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है। लेकिन इस मुश्किल घड़ी में पंजाब और विदेशों का समुदाय अभूतपूर्व सहयोग दे रहा है। समाज सेवा और धार्मिक प्रचार में हमेशा अग्रणी रहने वाले बीबी कोला जी वेलफेयर सेंटर ने आज बाढ़ पीड़ितों के लिए 7वीं खेप भेजी। भाई गोरखबल सिंह और जत्थे के सहयोग से तैयार इस खेप में राशन, मच्छरदानी, पेस्ट, पोषण किट, दूध, चायपत्ती, सोलर लाइट, चादरें, कपड़े और जूते शामिल थे।
इसके अलावा, पशुओं के लिए चारा और एक मेडिकल टीम एम्बुलेंस के साथ भेजी गई। 300 से ज्यादा मेडिकल किट में बुखार की दवाइयां, घाव भरने का सामान और मच्छर भगाने वाली कॉइल शामिल थीं। जमीनी स्तर पर देखे गए हालात को साझा करते हुए ज्ञानी रघबीर सिंह जी ने बताया कि कई घरों के फर्श उखड़ गए हैं, छतें गिर गई हैं और घरों में पानी घुस गया है। कई जानवर मर गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि हालांकि पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। खेतों में पड़े मृत पशु-पक्षी बीमारियों के फैलने का कारण बन सकते हैं। इसलिए लोगों को सावधान रहने और जागरूकता फैलाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि सच्ची सेवा वही है जो समय पर की जाए। वर्तमान में जो लोग महंगे दामों पर सामान बेच रहे हैं या कालाबाजारी कर रहे हैं, वे मानवता के विरुद्ध काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पंजाबियों का स्वभाव हमेशा से सेवाभावी रहा है। जब भी कोई मुसीबत में होता है, पंजाबी हमेशा धर्म, राष्ट्र और मानवता के नाते उसकी मदद के लिए आगे आते हैं। खास बात यह है कि आज दूसरे राज्यों से हिंदू, मुस्लिम और अन्य समुदाय भी पंजाब आकर सेवा कर रहे हैं, जिससे आपसी भाईचारा और मजबूत होता है। गुरु ग्रंथ साहिब जी की वाणी को याद करते हुए ज्ञानी जी ने कहा कि हमें हर व्यक्ति को अपना भाई समझना चाहिए और ऐसी मुसीबतों में मिलकर सेवा करनी चाहिए।