पठानकोटः सिविल अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी़ खबर सामने आई है। जहां सिविल अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए। दरअसल, स्टाफ द्वारा मरीज से छेड़छाड़ करने की घटना सामने आई है, घटना देर रात की है। अस्पताल स्टाफ द्वारा मरीज के साथ दुर्व्यवहार किया गया। बता दें कि देर रात जब एक मरीज बच्चों के वार्ड में स्टाफ को बुलाने गया तो स्टाफ नर्स सो रही थी, जिसके चलते वह मरीज को देखने देरी से पहुंची, जिसके चलते मरीज के परिजनों में विरोध की लहर देखी गई और समय पर न पहुंचने के बावजूद स्टाफ नर्स ने मरीज के परिजनों से बदसलूकी करती नजर आई, जिसकी तस्वीरें लोगों ने अपने कैमरों में कैद कर लीं।
इस संबंध में जब अस्पताल के एसएमओ सुनील चंद से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस संबंध में शिकायत मिली थी, जिसके चलते स्टाफ नर्स को बच्चों के वार्ड से हटाकर इमरजेंसी वार्ड में भेज दिया गया है। यहां बड़ा सवाल यह है कि एक तरफ तो सिविल अस्पताल में स्टाफ की सुरक्षा के लिए पुलिस चौकी खोली गई है, वहीं अगर अस्पताल का स्टाफ किसी मरीज के साथ बदसलूकी करता है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा?
दूसरी ओर जब इस मामले को लेकर मरीज के परिजनों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनका बेटा इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हुआ था और उस रात उनके बेटे को ड्रिप लगी हुई थी जिसके कारण उनके बेटे को तकलीफ हो रही थी और जब वे स्टाफ को बुलाने गए तो स्टाफ दरवाजा बंद करके सो रहा था। जब हमने उन्हें जगाया तो उन्होंने हमारे साथ दुर्व्यवहार किया और कहा कि वे दरवाजा बंद रखेंगे, इसलिए हमें जो कहना है कहने दीजिए।