चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन अहमदाबाद हवाई जहाज हादसे में मृतकों सहित विभिन्न क्षेत्रों से नामांकन भरने वाले व्यक्तियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद 11 मिनट में ही सत्र स्थगित कर दिया गया था। जिसे आज सुबह 10 बजे फिर से शुरू किया गया है। स्पीकर कुलतार सिंह संधावा ने व्यवसाय सलाहकार समिति की रिपोर्ट पेश की और सत्र को दो दिन बढ़ा दिया।
आज पंजाब विधानसभा में स्पीकर कुलतार सिंह संधावा ने प्रश्नकाल की गैरहाजिरी के बारे में जानकारी दी और कहा कि प्रश्नकाल नहीं हो सकता, क्योंकि 15 दिनों की अवधि पूरी नहीं हुई है। इस पर विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने ज़ीरो ऑवर देने के लिए समय मांगा। वे अबोहर में कपड़ा व्यापारी संजीव वर्मा के हत्या के मामले को उठाना चाहते थे, लेकिन जब स्पीकर ने समय नहीं दिया तो सभी कांग्रेस विधायक वेल पर आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी।
चीमा ने कहा कि सरकार ने गैंगस्टरों को खत्म करने के लिए एक एंटी गैंगस्टर फोर्स बनाई है। जब भी हम गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं, ये लोग विरोध करते हैं। जब ड्रग माफिया के खिलाफ बड़े व्यक्ति गिरफ्तार किए जाते हैं, तो वे विरोध करने लगते हैं। उन्होंने कहा कि इससे कांग्रेस पार्टी का दोहरा चेहरा बेनकाब हो गया है। लोगों को पता चल गया है कि कांग्रेस जो कहती है और जो करती है, वे अलग हैं। चीमा ने बाजवा से कहा कि आप कहते थे कि जब आपकी सरकार आई थी, तो आप मजीठिया को रस्सी से पकड़कर लाएंगे।
अब जब हमने उसे गिरफ्तार किया है, तो कांग्रेस नेता हमारी कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं। यह साफ दर्शाता है कि आपका दोहरा चरित्र है। उनके खिलाफ दर्ज FIR के बारे में चीमा ने कहा कि आप जितनी चाहें FIR दर्ज करवा सकते हैं। आप ऐसे मामले दर्ज कराने के लिए भाजपा की सेवाएं ले रहे हैं, हर कोई जानता है कि आपका भाजपा से क्या रिश्ता है। हम आपसे नहीं डरते, इसलिए इसे दर्ज कराओ और इससे बाहर आओ।
दूसरी ओर कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने प्रताप सिंह बाजवा द्वारा विधानसभा को स्टेज कहने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि वह 3 करोड़ लोगों की बुद्धि को चुनौती दे रहे हैं। उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए। जिसके बाद बाजवा और अमन अरोड़ा के बीच बहस शुरू हो गई। अरोड़ा ने पूछा कि क्या आपके विधायक कलाकार हैं? बाजवा कलां करते हैं।
पंजाब में कुछ और है और दिल्ली में कुछ और। सचिवालय में सीआईएसएफ तैनात करने का कारण यह है कि यह भवन चंडीगढ़ में है। उन्होंने कहा कि भाजपा और बाजवा में बहुत बनती है। इसके साथ ही वे घर पर भी साथ रहते हैं। चंडीगढ़ में हमारे ख़िलाफ़ जो एफ़आईआर दर्ज हुई है, वो बीजेपी के साथ उनकी सौदेबाजी है। आप चाहें तो ऐसे 36 मुक़दमे दर्ज करवा लीजिए, हमें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता।