मोगाः ज़िले के गांव कालीएवाला में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, जो फौजी कारगिल की जंग जीतने गया, वह घर की जंग हार गया। यहीं कारण है कि अब परिवार क्लह का मामला कानूनी कार्रवाई तक पहुंच गया है। मिली जानकारी के अनुसार एक रिटायर्ड फौजी ने अपनी ही पत्नी और बच्चों पर धोखाधड़ी और हमले के गंभीर आरोप लगाए हैं। मामला अब क़ानूनी कार्रवाई की मांग तक पहुंच चुका है। गांव कालीएवाला के रहना वाला जगतपाल सिंह भारतीय सेना से रिटायर्ड हैं। उसने अपनी पत्नी सिमरजीत कौर, बेटा हरप्रीत सिंह, बेटी सिंपल, बेटा पुषपिंदर सिंह और साले रणजीत सिंह के ख़िलाफ़ गंभीर आरोप लगाए हैं।
जगतपाल सिंह के मुताबिक, साल 1997 में उनका विवाह सिख रीति रिवाज़ से हुआ था। उनके तीन बच्चे सिंपल, हरप्रीत और पुषपिंदर हैं। जगतपाल सिंह का कहना है कि उन्होंने अपने बच्चों की पढ़ाई और विदेश भेजने के लिए कर्ज़ लेकर लाखों रुपए खर्च किए, लेकिन जब बच्चे और पत्नी कनाडा पहुंच गए तो उन्होंने उनसे सारे रिश्ते तोड़ लिए। रिटायर्ड फौजी ने बताया कि मार्च 2025 में उसकी पत्नी और बच्चे भारत लौटे थे। उसी दौरान, 27 मार्च की रात करीब 11 बजे, बेटा और बेटी ने मां के कहने पर उन पर हमला कर दिया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं।
इलाज के लिए पहले उन्हें सिविल अस्पताल मोगा, फिर फरीदकोट और बाद में मेडिसिटी अस्पताल मोगा में भर्ती कराया गया। जगतपाल सिंह ने बताया कि वह अब शारीरिक और मानसिक रूप से बेहद कमजोर हो चुके हैं और किसी काम के लायक नहीं बचे। पीड़ित ने कहा कि उसने अपनी ज़िंदगी भर की कमाई और कर्ज़ लेकर अपने बच्चों का भविष्य बनाने में लगा दिया, लेकिन अब वही लोग उसके खिलाफ़ हो गए।
पीड़ित का कहना हैकि परिवार ने उसे धोखा दिया, उससे पैसे लेकर विदेश चले गए और अब उसे कहते हैं कि तू हमारा कुछ नहीं बिगाड सकता। जगतपाल सिंह का कहना है कि उन्होंने इस मामले में ग्राम पंचायत कालीएवाला को भी लिखित शिकायत दी है। साथ ही, वह अब क़ानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि उन्हें न्याय मिल सके। फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस की जांच जारी है। लेकिन एक रिटायर्ड फौजी का अपने ही परिवार से धोखे का यह दर्दनाक किस्सा समाज के लिए एक बड़ा सबक है।