लुधियानाः जिले के ईस्ट में सतलुज नदी के तेज बहाव के कारण ससराली बांध कमजोर होना शुरू हो गया है। जिसके चलते बाढ़ का खतरा मंडराने लग गया है। वहीं दोपहर 3 बजे जब हालातों का जायजा लिया गया तो वहां कुछ हिस्सा बहता हुआ दिखाई दिया है। वीडियो में देखा जा सकता हैकि लगातार मिट्टी का हिस्सा और पेड़ पानी में समा रहे है। हालांकि प्रशासन और लोगों द्वारा हालात पर काबू पाने के लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है।
यह वह जगह है कि जहां पर धान की बुआई की हुई थी। देर रात से मिट्टी गिर रही है, लेकिन पिछले 2 घंटो में प्रत्येक 5 मिनट में मिट्टी गिरनी शुरू हो गई है और पानी भी तेज बहाव से बहने लग गया है। प्रशासन द्वारा 14 गांवों को यहा से ऊंचे स्थान पर जाने की अपील की गई है। ऐसे में लोगों के रहने के लिए 10 सेंटर बनाए गए है। वहीं लोगों से दूर रहने की अपील की जा रही है।
हालांकि सुबह से सेना, NDRF और स्थानीय लोग मिलकर बांध को मजबूत करने में जुटे हुए थे, लेकिन अब पानी के तेज बहाब के काऱण हालात खराब होते दिखाई दे रहे है। ऐसे में अगर सतलुज का पानी और बढ़ा तो लुधियाना के 14 गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। राहों रोड, टिब्बा रोड, ताजपुर रोड, नूरवाला रोड और समराला चौक तक पानी पहुंच सकता है। वहीं साहनेवाल के धनांसू इलाके में भी पानी भरने की आशंका है, जिससे 50 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हो सकते हैं।