कपूरथलाः देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का देर रात दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। पूर्व पीएम के निधन पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई दिग्गज नेता ने शोक व्यक्त किया। वहीं कपूरथला में स्थित पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की बहन अमरजीत कौर शोक की घड़ी में बहुत भावुक हुई। मीडिया से बात करते हुए अमरजीत कौर ने पूर्व पीएम की उपलब्धियों और उनके स्वाभाव को याद किया। इस दुख की घड़ी में रोते हुए बहन ने बताया कि हम 6 बहन और 4 भाई थे। जिसमें सबसे बड़े भाई मनमोहन सिंह थे और वह भाई बहनों में 5वें नंबर है। दो बार पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के शपथ ग्रहण समारोह में भी वह शामिल हुई थी।
उन्होंने बताया कि उनकी सेहत ठीक नहीं चलने के कारण कई साल हो गए कि उनकी मुलाकात नहीं हुई। आखिरी मुलाकात 10 से 12 साल पहले हुई थी। पिता के निधन के बाद वह ही हमारे पिता का फर्ज अदा करते रहे। देश के पीएम बनने के बावजूद भाई बहन ने कभी किसी की उनसे सिफारिश नहीं की और ना ही वह किसी की सिफारिश को मानते थे। अमरजीत कौर ने कहाकि भले ही उन्हें पूर्व पीएम से मुलाकात किए काफी समय हो गया, लेकिन वह हर साल राखी उन्हें भेजती थी। अब तक 2 भाईयों की मौत हो चुकी है, वहीं पीछे 8 भाई-बहन रह गए है। पूर्व पीएम के जाने के बाद अब भाईयों में से 2 भाई अमृतसर में रह गए हैं।
वहीं भांजे करमजीत सिंह ने कहा कि परिवार और देश के लिए उन्होंने अहम योगदान दिया है। ऐसे में वह उनके दिलों में याद बनकर रहेंगे। भांज ने कहा कि आखिरी बार अमृतसर में सर्किट हाउस में मुलाकात हुई थी। वह जब भी अमृतसर में आते थे तभी सारा परिवार उन्हें सर्किट हाउस में मुलाकात करता था। डेढ़ साल पहले उनके साथ बात हुई थी। जिसके बाद एक साल पहले बेटे की शादी पर उन्होंने फोन पर बात करके बधाई दी थी। कामकाज को लेकर कहा कि आज तक परिवार ने उन्हें कोई समाजिक काम नहीं कहा क्योंकि वह सिफारिश कभी नहीं मानते थे।