अमृतसरः श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहादत शताब्दी पर पंजाब सरकार के भाषा विभाग द्वारा श्रीनगर में आयोजित कार्यक्रम को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने समागम में हुई प्रस्तुतियों की कड़ी निंदा की है। विरोध के बाद अब सिंगर बीर सिंह ने भी इसे लेकर सार्वजनिक माफी मांग ली है। वहीं इस कार्यक्रम को लेकर आलोचना होने के बाद गायक बीर सिंह अब श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश हुए।
उन्होंने कहा कि वह श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के समक्ष पेश होकर अपनी माफीनामा सौंपेंगे। इसके बाद जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से जो भी हुक्म उन्हें दिया जाएगा, वह उसे सिर झुकाकर स्वीकार करेंगे। बता दें कि श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचने से पहले गायक बीर सिंह ने वीडियो जारी करके कहा कि वे सीधे ऑस्ट्रेलिया से श्रीनगर पहुंचे थे और वहां पहुंचते ही उनका फोन नेटवर्क बंद हो गया, जिससे उन्हें कार्यक्रम की सही जानकारी नहीं मिल सकी। पहले भी उन्होंने पंजाबी साहित्य अकादमी के साथ कुछ व्यवसायिक कार्यक्रम किए थे, और उसी तर्ज पर यह कार्यक्रम शुरू कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि जब उन्हें मंच पर यह एहसास हुआ कि यह कार्यक्रम श्री गुरु तेग बहादुर साहिब की शहादत को समर्पित है, तो उन्होंने तुरंत अपनी गलती स्वीकार की, संगत से माफी मांगी, जूते उतारे और ‘शलोक महला 9’ का पाठ किया। उन्होंने स्वीकार किया कि सबसे बड़ी गलती उनकी प्रबंधन टीम की थी, जिसने उन्हें इस धार्मिक कार्यक्रम की गंभीरता नहीं बताई। बीर सिंह ने बताया कि उन्होंने उस प्रबंधन टीम को हटा दिया है और भविष्य में ऐसे किसी आयोजन में पूरी मर्यादा और जानकारी के साथ भाग लेंगे।