अमृतसरः जिले मेंश्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्जा ने गुरुद्वारा मंजी साहिब में की हुई कथा के दौरान नौजवानों के उत्साह, धार्मिक जिम्मेदारी और सरकारी प्रबंधों पर गहन विचार रखे। जत्थेदार ने सच्चे पातशाह के प्रदेश को याद करते हुए गुरु की बाणी और नाम स्मरण के महत्व पर ज़ोर दिया और कहा कि गुरु की कृपा से ही नौजवान बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं।
जत्थेदार ने 5 तख्तों की साइकिल यात्रा करने वाले मुक्तसर साहिब के सरदार हरजिंदर सिंह को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास नशों से दूर रखते हैं और नौजवानों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। जत्थेदार ने गुरु हरगोबिंद जी की शिक्षाओं के अनुसार अरदास कर के हरजिंदर के लिए चढ़दी कला की कामना की।
350 साल के शताब्दी मामले को लेकर जत्थेदार ने गुरद्वारों के आसपास सफाई, सड़कों की मरम्मत और लाइटिंग संबंधी ठोस प्रबंधों की मांग की। उन्होंने कहा कि शताब्दी मनाने के लिए आवश्यक ढांचा तैयार होना चाहिए और पंजाब सरकार को तुरंत यह काम करना चाहिए। विशेष रूप से सतलुज पार करने वाले पुल की स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई और हादसों से बचाव के लिए सुधारों की आवश्यकता बताई।
दलजीत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान सिख नौजवानों द्वारा कंकार पहनने पर रोक के सवालों पर जत्थेदार ने धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की रक्षा की अपील की। उन्होंने बताया कि गुरु की सहायता से ही हमें अपने धार्मिक उत्सवों व परंपराओं को सुरक्षित रखना चाहिए। अंत में जत्थेदार ने सभी नौजवानों से गुरु से जुड़े रहने की अपील की।