अमृतसरः SGPC कार्यालय के बाहर दमदमी टकसाल, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और विभिन्न सिख जत्थेबंदियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। दरअसल, तीन सिंह साहिबानों की पुनर्बहाली को लेकर यह प्रदर्शन किया गया। इस दौरान एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी को जत्थेदार साहिबानों की बहाली के लिए मांग पत्र दिया गया। दरअसल, एक ओर आज शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का 2026 का बजट बैठक था, दूसरी ओर दमदमी टकसाल और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी तथा विभिन्न सिख जत्थेबंदियों द्वारा जत्थेदार साहिबानों की पुनर्बहाली को लेकर एक बड़ा रोष मार्च किया गया।
यह रोष मार्च अमृतसर के गोल्डन गेट से शुरू होकर एसजीपीसी कार्यालय के बाहर पहुंचा, जिसमें बड़ी संख्या में सिख संगतें मौजूद रहीं। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका और सिख नेता बलजिंदर सिंह दादोवाल ने कहा कि आज का यह विरोध प्रदर्शन तीन सिंह साहिबानों की पुनर्बहाली को लेकर किया गया है, जिसमें बड़ी संख्या में संगतें भी हाजिर हुईं। उन्होंने कहा कि यह रोष मार्च अमृतसर गोल्डन गेट से शुरू हुआ और एसजीपीसी कार्यालय तक आया, जिसमें मांग की गई कि सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह साहिब, ज्ञानी सुलतान सिंह और सिंह साहिब ज्ञानी रघवीर सिंह की पुनर्बहाली की जाए।
उन्होंने कहा कि यह भी पता चला है कि एसजीपीसी के बजट बैठक के दौरान एसजीपीसी सदस्यों की महिलाओं का माइक भी छीना गया है, जो कि निंदनीय है। उन्होंने कहा कि जिस समय बजट बैठक हुई थी, उस समय न तो कोई जत्थेदार साहिबान वहां थे और न ही श्री दरबार साहिब के हेड ग्रंथी वहां मौजूद थे। जो कि मर्यादा का उल्लंघन है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जत्थेदार साहिबानों की पुनर्बहाली के लिए 15 अप्रैल तक का समय देते हुए एसजीपीसी अध्यक्ष को मांग पत्र सौंपा गया। अगर 15 अप्रैल तक उन्होंने इस पर कोई विचार नहीं किया तो आने वाले समय में और भी बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया जाएगा।