अमृतसर। जिले के छेहरटा थाना इलाके में 18 नवंबर की सुबह हुए वरिंदर सिंह के मर्डर केस को सुलझाते हुए पुलिस ने दो शूटर – जोबनप्रीत उर्फ जोबन और सुखबीर सिंह उर्फ सुख, महल कलानौर के रहने वाले गिरफ्तार किए हैं। दोनों की उम्र करीब 22 साल है और दोनों बेरोजगार बताए जा रहे हैं। पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, मर्डर की जांच के दौरान पता चला कि मुख्य साजिश निशान सिंह नाम के एक व्यक्ति ने रची थी, जिसका अपनी पत्नी अर्शप्रीत कौर के साथ लंबे समय से विवाद चल रहा था।
अर्शप्रीत कौर वरिंदर सिंह की भतीजी है और वह उसे कानूनी मदद दे रहा था। बच्चे की कस्टडी को लेकर चल रहे झगड़े के दौरान, विदेश में बैठे निशान सिंह ने युवा शूटरों को यह लालच दिया कि अगर वे ऐसा करते हैं तो उन्हें ‘दुबई में सेटल’ करवा दिया जाएगा। दोनों शूटरों को पिस्तौल भी दी गई थी। हत्या बहुत पास से की गई, जिससे वरिंदर सिंह की अस्पताल पहुंचते ही मौत हो गई। पुलिस ने सबसे पहले निशान सिंह के भाई-बहन—गुरलाल और परमजीत कौर, जो तरनतारन के रहने वाले हैं—को गिरफ्तार किया, क्योंकि वे दोनों उसके फेवर में थे और बच्चे की कस्टडी को लेकर बनाए जा रहे दबाव में शामिल थे।
पिस्तौल बरामदगी के दौरान शूटर ने पुलिस पर की फायरिंग
शूटर जोबन से पूछताछ में पता चला कि उसने घटना के लिए जिस पिस्तौल का इस्तेमाल किया था, वह छेहरटा थाने के इलाके में कहीं छिपाई हुई थी। जब पुलिस पार्टी उसकी निशानदेही पर रिकवरी के लिए पहुंची, तो आरोपी ने अचानक लोडेड पिस्तौल से पुलिस पर फायरिंग कर दी। गोली हेड कांस्टेबल गुरिंदर सिंह के कान के बहुत पास से निकल गई, लेकिन वह बच निकला।
मुख्य साजिशकर्ता को जल्द किया जाएगा गिरफ्तारः पुलिस कमिश्नर
जवाबी कार्रवाई में SHO लवप्रीत ने गोली चलाई जो आरोपी के पैर में लगी। आरोपी को तुरंत अस्पताल भेजा गया और दोनों शूटरों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर मौके पर पहुंचे और कहा कि केस पूरी तरह से सॉल्व हो गया है और अब मुख्य साजिशकर्ता निशान सिंह की तलाश टॉप प्रायोरिटी है। उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।