पठानकोटः एक ओर जहां पंजाब सरकार पिछले दिनों हिमाचल सरकार के साथ मिलकर हिमाचल में नशे के खिलाफ अभियान चला रही थी, वहीं दूसरी ओर यह देखने में आ रहा है कि हिमाचल के शराब विक्रेता सरकार के दिशा-निर्देशों की अनदेखी कर मनमाने ढंग से काम कर रहे हैं।
इसका ताजा उदाहरण पठानकोट-हिमाचल सीमा पर बसे डांगू पीर गांव से देखने को मिल रहा है। जहां, सुबह करीब 7 बजे से ही शराब ठेका खुल जाता है। उस समय लोग शराब की दुकानों से शराब खरीदते हुए भी दिखाई दिए। स्थानीय लोग इसको लेकर बहुत परेशान हैं, उनके मुताबिक जब उन्होंने मंदिर जाना होता है तो ठेके पर तरह तरह के लोग खड़े होते हैं, जो बदतमीजी करते भी नजर आते हैं।
स्थानीय वीरा और अरुण ने बताया कि इस सड़क पर महिलाओं और लड़कियों का आना-जाना मुश्किल हो गया है, क्योंकि शराब विक्रेता सुबह 6 बजे के आसपास अपनी दुकानें खोल देते हैं, जिससे इस सड़क पर शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है और वे सड़क से गुजरने वाली लड़कियों और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार भी करते हैं। इसलिए उनकी हिमाचल सरकार से मांग है कि नियमों को ताक पर रखकर काम करने वाले शराब विक्रेताओं पर जुर्माना लगाया जाए और उन्हें निर्धारित समय पर अपनी दुकानें खोलने का आदेश दिया जाए, ताकि इलाके की लड़कियों और महिलाओं को इस सड़क पर आने-जाने में किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।