बरनालाः पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाई गई मुहिम के तहत थाना धनौला के थानेदार और एक अन्य को विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने 8 हजार रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ब्यूरो बरनाला के इंस्पेक्टर गुरमेल सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता जोगा सिंह निवासी बडबर ने रिश्वत मांगे जाने संबंधी विजिलेंस ब्यूरो बरनाला में शिकायत दर्ज करवाई थी।
जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए थाना धनौला में तैनात थानेदार सुखदेव सिंह को 8 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू कर लिया गया। उन्होंने बताया कि जोगा सिंह निवासी बड़बर के पुत्र निर्मल सिंह के खिलाफ एनडीपीएस का एक मामला दर्ज किया है। जिस पर धनौला पुलिस ने उनके घर छापेमारी कर तीन मोबाइल अपने कब्जे में ले लिए थे, जो उसके बेटे निर्मल सिंह के खिलाफ दर्ज मामले में शामिल नहीं था। परिवार पुलिस से मोबाइल फोन वापिस मांग रहा था, जिस पर एएसआई सुखदेव सिंह ने 10 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी।
सौदा 8 हजार रुपये में तय हुआ था। उनके गांव के ही सतविंदर सिंह पुत्र अमर सिंह निवासी बडबर ने थानेदार में रिश्वत देने में बिचौलिए की भूमिका निभाई थी। जिसे विजिलेंस ने थानेदार के साथ गिरफ्तार भी कर लिया है। विजिलेंस एएसआई सतगुर सिंह ने बताया कि पुलिस को रिश्वत देने में बिचौलिए की भूमिका निभाने वाले सतविंदर सिंह के खिलाफ पहले ही मध्यस्थता का मामला दर्ज किया जा चुका है। विजिलेंस ब्यूरो बरनाला ने एएसआई सुखदेव सिंह और उसके निजी सहयोगी सतविंदर सिंह दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।