अमृतसरः कोरोना के बाद अब चाइना में ह्यूमन मेटापन्यूमो वायरस कहर मचा रहा है। इस वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है जिससे लोगों में हड़कंप मच गया है। लोग कोरोना की तरह इससे काफी डरे हुए हैं जिसके संबंध में आज अमृतसर के प्रोफेसर डा. नरिंदरपाल सिंह सीनियर कंसल्टेंट सिविल अस्पताल ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि यह कोई नया वायरस नहीं है।
2001 में नीदरलैंड में पहली बार इस वायरस से व्यक्ति के बीमार पड़ने का पता चला था। यह वायरस इन महीनों में ज्यादा घातक होता है तथा यह ज्यादातर पांच साल से कम और 65 साल से ऊपर के लोगों पर प्रभाव डालता है। वहीं डायबिटी, बीपी, दिल और अन्य बड़ी बीमारियों के रोगियों को भी अधिक प्रभावित करता है। यह नर्वस सिस्टम पर हमला करता है और तंत्रिका तंत्र को कमजोर बनाता है, लेकिन इससे बचने के लिए अभी तक कोई ऐसी गाइडलाइन जारी नहीं की गई है जिससे इसके लक्षण पता चल सकें और इसकी जांच करवाई जा सके।
इसलिए हमारी सलाह है कि जो लोग लंबे समय से बीमार हैं उन्हें इसकी जांच करानी चाहिए और किसी अच्छे कंसल्टेंट से सलाह लेनी चाहिए। इलाज के लिए जिला सरकारी गुरु नानक अस्पताल में डॉक्टर से संपर्क करें। खास तौर पर बुजुर्ग लोग इस बीमारी के ज्यादा शिकार होते हैं।
इससे बचने के लिए बुजुर्गों को भीड़भाड़ वाले इलाकों, सर्दी से प्रभावित इलाकों और अन्य अस्वच्छ जगहों पर जाने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इस बीमारी को सावधानी से ही ठीक किया जा सकता है। इसका अभी तक कोई इलाज या दवा नहीं है। लेकिन दवा भी जल्द ही उपलब्ध हो जाएगी।