अमृतसरः मूल मंत्र और गुरबाणी के जाप के साथ श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गरगज्ज की अगुवाई में पांच सिंघ साहिबान की एकत्रता शुरू हुई। इस एकत्रता में श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गरगज्ज, सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब के ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी राजदीप सिंह, तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब बाबा टेक सिंह, तख्त श्री केसगढ़ साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जुगिंदर सिंह और श्री अकाल तख्त साहिब के ग्रंथी ज्ञानी गुरबखशीश सिंह उपस्थित हुए। वहीं श्री अकाल तख्त के समक्ष संत रणजीत सिंह ढडरियांवाला पेश हुए। जहां संत रणजीत सिंह ढडरियांवाले ने श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में पांचों सिंह साहिबानों के समक्ष पेश होकर अपना मामला पक्ष रखा।
इसके अलावा आज श्री अकाल तख्त के कार्यकारी जत्थेदार की अगुवाई में कई पुराने मामलों का भी निपटारा किया जाएगा। इसके साथ ही पांच सिंह साहिबान की 8 अप्रैल 2025 को हुई एकत्रता में लिए गए फैसलों के अनुसार गुरुद्वारा श्री फतहगढ़ साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी हरपाल सिंह और श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व पांच प्यारे गुरपुरवासी ज्ञानी मलकीत सिंह खंडूर का विशेष सम्मान समारोह आज सुबह 10 बजे श्री अकाल तख्त साहिब में होगा। सचिवालय श्री अकाल तख्त साहिब के इंचार्ज बगीचा सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस समारोह के तहत श्री अकाल तख्त साहिब के समक्ष गुरबाणी कीर्तन के उपरांत अरदास करके ज्ञानी हरपाल सिंह और ज्ञानी मलकीत सिंह खंडूर की सुपत्नि बीबी हरजिंदर कौर का विशेष सम्मान शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सहयोग से श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज द्वारा किया जाएगा।
श्री अकाल तख्त साहिब में अपना स्पष्टीकरण देने आए संत रणजीत सिंह ढड्डरियांवाले ने अपनी पुरानी बयानबाजी के लिए माफी मांगी और उनकी क्षमा याचना श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा मंजूर कर ली गई है। इसके साथ ही ढड्डरियांवाले पर लगी रोक भी हटा दी गई है और उन्हें प्रचार करने की अनुमति दे दी गई है। साथ ही उन्हें गुरुद्वारा श्री बंगला साहिब में 501 रूपये की प्रसाद देग करवाने का भी आदेश जारी किया गया है।
वहीं संत रणजीत सिंह ढडरियांवाले का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि पंजाब में धर्म परिवर्तन को लेकर धर्म प्रचार की लहर चल रही है। पंजाब की जवानी को नशे से बचाने के लिए अपील की जा रही है। इस दौरान सिंह साहिबान की ओर से सिखी की लहर को लेकर सदा दिया गया। जिसके चलते आज वह यहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि अगर उनसे कुछ गलत किया गया तो वह उसके लिए माफी मांगते है। संत ने कहा कि आज पंजाब में प्रचार करने की जरूरत है और तगड़े होकर अब अमृत संचार करवाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 20 साल का उनका तुजर्बा है। लगातार धर्म परिवर्तन के कारण प्रचार करना जरूरी है। जाने अनजाने में हमसे कुछ शब्द बोले जाते है, जिसकी वह माफी मांगते है। इस दौरान देग करवाने की बात की गई और उनके द्वारा करवा दी गई है। इस दौरान टकसाल के मुखी बाबा हरनाम सिंह को लेकर कहा कि अब वह अपनी चलाई गोलियां और छबील को लेकर इनके बारे में बात करें और अपना स्पष्टीकरण दें। इस गोलिबारी में किसी का बाप, बेटा सहित कई लोग मारे गए थे। ऐसे में वह उसके बारे में गलती स्वीकार करें।