मोहालीः पंजाब सरकार की ओर से इमिग्रेशन कंपनियों के खिलाफ सख्त एक्शन के आदेश जारी किए गए है, लेकिन उसके बावजूद कुछ इमिग्रेशन कंपनियों द्वारा भोले-भाले लोगों से ठगी मारने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही। वहीं झूठी इमिग्रेशन कंपनियों के बढ़ते नेटवर्क के बीच एक बार फिर विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इन मामलों में दो युवकों से कुल 12 लाख रुपये की ठगी हुई है। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पहले मामले में होशियारपुर निवासी लखविंदर सिंह ने अपनी शिकायत में कहा कि एक विज्ञापन देखकर उसने मोहाली स्थित एक इमिग्रेशन कंपनी ‘रियल गेट’ से संपर्क किया था। कंपनी ने उसे वर्क परमिट दिलाने का लालच दिया और 5 लाख रुपये मांगे। उस पर भरोसा करते हुए, लखविंदर ने रकम जमा करवा दी, लेकिन न तो उसे वीजा मिला और न ही उसके पैसे वापस किए गए।
बार-बार पूछताछ के बावजूद कंपनी के कर्मचारी टाल-मटोल करते रहे। इसी तरह के एक अन्य मामले में, पीड़ित से लाखों रुपये लेकर वीजा देने का वादा किया गया, जो बाद में झूठा निकला। पुलिस ने दोनों मामलों में धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। लगातार सामने आ रहे ऐसे मामलों ने मोहाली को नकली इमिग्रेशन कंपनियों का गढ़ बना दिया है, जिसके कारण लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।