अमृतसरः कमिश्नरेट पुलिस ने लूटपाट की वारदातों पर नकेल कसते हुए पुलिस को 78 फोन मिले। पुलिस कमिश्नर रंजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि लोगों के गुम हुए फोन को ट्रेस करके परिजनों के हवाले कर दिया। वहीं परिजनों को फोन वापिस मिलने पर उनके चेहरे पर खुशी दिखाई दी। इस दौरान लोगों ने पुलिस कमिश्नर का धन्यावाद किया। पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह ढिल्लों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जनता द्वारा मोबाइल फोन की चोरी/गुम होने की रिपोर्ट कमिश्नरेट पुलिस, अमृतसर के तीनों जोन के सांझ केंद्रों और साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई थी।
उन्होंने कहा कि तकनीकी तरीके से कार्रवाई करते हुए साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, अमृतसर सिटी ने 02 महीने (जुलाई-अगस्त/2024) के दौरान कुल 78 मोबाइल फोन बरादम किए है। जो विदेश दुबई, अन्य राज्यों जम्मू-कश्मीर, बिहार, राजस्थान और पंजाब के विभिन्न जिलों में भेजे गए थे। उन्होंने कहा कि सभी फोन की तलाश कर उनके असली मालिकों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने फिलहाल इस मामले में किसी को अरेस्ट नहीं किया है। इस दौरान अमृतसर पुलिस कमिश्नर रंजीत सिंह ढिल्लों ने निर्देश भी दिए हैं कि कोई भी दुकानदार बिना असली बिल के ना तो मोबाइल खरीदे और न ही बेचे।
कमिश्नर पुलिस ने साइबर क्रीम और फ्रॉड से भी लोगों को सचेत रहने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि अपने फोन पर आने वाले हर ओटीपी पर ध्यान दें। बच्चों ओर बुजुर्ग खास तौर पर ध्यान रखें ताकि उनके पैसे सुरक्षित रह सकें। इस दौरान पुलिस कमिश्नर ने जनता से अपील की है कि जब किसी का मोबाइल फोन खो जाए तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में सांझ केंद्र या सीईआईआर पोर्टल पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराएं ताकि कोई शरारती व्यक्ति मोबाइल फोन का मिसयूज ना कर सके।