अमृतसरः जिले में खालिस्तान समर्थकों द्वारा दीवारों पर धमकियां और लेख लिखे जाने के बढ़ते मामलों ने राज्य की कानून-व्यवस्था को चुनौती देने की कोशिश की है। इन मामलों पर कड़ा एक्शन लेते हुए अमृतसर पुलिस ने विशेष टीमों द्वारा विभिन्न स्थानों पर अचानक जांच अभियान चलाया। इसी सिलसिले में डीजीपी स्पेशल द्वारा अमृतसर रेलवे स्टेशन पर विशेष जांच की। जांच के दौरान मीडिया से बात करते हुए डीजीपी स्पेशल शशि प्रभा द्विवेदी ने कहा कि ये अचानक छापेमारी कई अन्य जगहों जैसे बस स्टैंड, जेल और अन्य भीड़-भाड़ वाले इलाकों में भी की जा रही है। इसका उद्देश्य सीधा है – शरारती तत्वों पर नजर रखना और किसी भी बड़ी घटना को होने से पहले ही रोकना।
डीजीपी ने बताया कि खालिस्तान के समर्थन में लिखे गए लेखों की जांच करना मुश्किल होता है, क्योंकि कई बार लोग वीडियो वायरल कर देते हैं, लेकिन मौके पर ऐसा कुछ नहीं होता। इसलिए पुलिस पूरी जांच के बाद ही दोषियों को गिरफ्तार करती है। ऐसी घटनाओं में राजनीतिक संलिप्तता की संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। वहीं दूसरी ओर 15 अगस्त को लेकर भी पुलिस पूरी तरह सतर्क है।
रेलवे स्टेशन पर लावारिस वस्तुओं की पहचान के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, जिस पर आम लोग किसी भी संदिग्ध वस्तु की सूचना दे सकते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें कोई भी अवैध गतिविधि दिखाई दे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। सुरक्षा व्यवस्था के तहत रात में भी नाकेबंदी की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि शरारती तत्व कभी-कभी कुछ सेकंड के लिए आते हैं और लिखकर चले जाते हैं। उनकी पहचान के लिए नए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, खासकर उन जगहों पर जहां पहले भी घटनाएं हो चुकी हैं।
शिवाला मंदिर और शिवाला पुलिस चौकी के पास हुई घटना पर भी पुलिस नजर रख रही है और अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि ऐसे लोगों को कानूनी सजा दी जाएगी। अंत में, पुलिस ने यह भी बताया कि पूरे अमृतसर में सतर्कता बढ़ा दी गई है और आने वाले दिनों में और कड़े कदम उठाए जाएंगे।